जमीनों पर फर्जीबाड़ा
जमीनों पर फर्जीबाड़ा  Priyanka Sahu- RE
मध्य प्रदेश

विदिशा: जमीनों पर फर्जीवाड़ा-राजस्व शाखा से कई अहम दस्तावेज गायब

Amit Lala

हाइलाइट्स :

  • विदिशा की लटेरी में जमीनों के नाम पर फर्जीवाड़ा

  • राजस्व शाखा से कई अहम दस्तावेज गायब

  • जमीन घोटाले पर पर्दा डालने का भरपूर प्रयास कर रहे जिम्मेदार

  • CM कराऐं राजस्व, आईटी, भू-अभिलेख शाखा, आईसीआई बैंक की जांच, होगा बड़ा खुलासा

राज एक्‍सप्रेस। जमीन घोटाले के मामले में अब तक कोई कार्यवाही ना होने के कारण प्रशासन की कार्य प्रणाली संदेह के घेरे मे आती जा रही है। यहां निजी रकबे में जिस तरह से छेड़छाड़ कर फर्जी तरह से लाखों रूपये का लोन निकालकर सरकार तथा बैंक के साथ धोखाधड़ी की गई है, ठीक उसी के साथ ही अब सरकारी जमीन को अपने नाम कराकर लाखों रूपये का लोन निकालने का मामला सामने आया है।

किस नियम, किस प्रकरण के तहत कर दी सरकारी जमीन निजी :

सवाल यह है कि, जब वर्ष 2000 से सरकारी जमीन को किसी के नाम पर दर्ज नहीं करने का आदेश अमल में है तो, किस नियम, किस प्रकरण के तहत वर्ष 2018 मेंं सरकारी जमीन को निजि हाथों मे विक्रय कर दिया गया। विचारणीय पहलू है, इतने बड़े स्तर पर विदिशा की लटेरी में जमीनों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है और प्रशासन को भनक तक नही लग पाई। इससे पहले भी बर्ष 2009 मे लटेरी के कई ग्रामों में एक निजि कम्पनी के द्वारा सैकड़ो रजिस्ट्री का जिन्न निकलकर सामने आया है, जिसमें मुम्बई की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा जांच की जा रही है।

लटेरी में जमीनों पर फर्जीबाड़ा

विदिशा जिले के लटेरी ब्लाक के ग्राम मुण्डेला में पटवारी हल्का नम्बर 48 में मौजूद भूमि खसरा क्रमांक 156 रकवा 2.554 हे. स्थित भूमि, जो शासकीय राजस्व अभिलेख मेंं अंकित को ग्राम के सुरेन्द्र सिंह राजपूत द्वारा उक्त भूमि का मिन रकवा 156 मिन-1 रकवा 2.690 हेक्टर कराकर उक्त भूमि को अपने नाम करा लिया गया, तथा राजस्व शाखा की सांठ- गांठ से उक्त भूमि पर सिरोंज शाखा की आईसीआई बैंक से लाखों रूपये की केसीसी का लाभ भी हड़प लिया।

मुख्यमंत्री कराऐं राजस्व, आईटीकी जांच, होगा बड़ा खुलासा :

वर्ष 2009 मेंं लटेरी क्षेत्र के कई गावों मे मुम्बई की एक निजि कम्पनी द्वारा करोड़ो की जमीन की खरीदी की गई थी। उस जमीन की बिक्री में असल दस्तावेज किसके थे यह अभी तक सामने नही आ सका और अब एक बार फिर लटेरी के मुण्डेला में इस तरह का मामला सामने आते ही एक बड़े काण्ड का अन्देशा सामने आने लगा है।

एसडीएम जानबूझ कर बन रहे अनजान, बाबुओं के बूते विभाग :

लटेरी मे एक बार फिर जमीनी जिन्न ने अपनी करामात दिखाई है बिना भू-स्वामी के ही नामान्तण के आधार पर पहले जमीन को बंधक फिर बंधक मुक्त बनाया गया है। फिर एक निजि बैंक से लाखों रूपये लोन भी डकार लिया गया। यह सब विभाग में पदस्थ निचले कर्मचारियों से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों की शह के बिना संभव नहीं है। उक्त शासकीय भूमि पर हेराफेरी कर तहसील के कर्मचारियों पर फरियादी जगदीश गुर्जर ने आरोप लगाए हैं।

अब एक के बाद एक फरयादी आ रहे सामने :

जमीन घोटाले की खबर राज एक्सप्रेस ने 9 सितम्बर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद अब एक और फरियादी खुलकर सामने आया है, मुण्डेला निवासी जगदीश पुत्र पृथ्वी सिंह ने गांव के सुरेन्द्र सिंह राजपूत पर 156/ मिन-1 रकवा 2.690 हेक्टेयर अपने नाम कराकर सिरोंज की आईसीआईसीआई बैंक शाखा सिरोंज से 7 लाख 93 हजार चार सौ रूपये का केसीसी किसान क्रेडिट कार्ड निकालने का आरोप लगाया है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT