बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया
बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया RE-Gwalior
मध्य प्रदेश

कांग्रेस की राजमाता के घर लिखा गया कर्नाटक का मैनोफोस्टो: पवैया

Pradeep Tomar

ग्वालियर। कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणापत्र में पीएफआई व बजरंग दल पर प्रतिबंध की जो बात कही गई है उस पर बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह घोषणापत्र कांग्रेस की राजमाता के घर लिखा हुआ है ओर कांग्रेस देश विरोधी वोट को साधने के लिए इस तरह की घोषणा कर रही है, क्योंकि कांग्रेस के पास अब देश में कुछ बचा नहीं है। 

पवैया ने कटाक्ष करते हुए कहा  कि पीएफआई के बारे में तो सारा देश जानता है, कि केंद्रीय गृह मंत्रालय पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की बात कर चुका है। लेकिन कांग्रेस ने जिस संगठन के देशद्रोह और भारत तोड़ने के षड्यंत्र के ढेरों सबूत मिले हों उसकी बात तो केवल इसलिए की गई है क्योंकि उनको बजरंग दल का नाम एक बहाना है। कांग्रेस कर्नाटक में देश विरोधियों के वोट बैंक को साधने का घिनौना हथकंडा चल रही है, बजरंग दल पर प्रतिबंध का मतलब यह है कि जो नौजवान कर्नाटक में धर्मांतरण का विरोध कर रहे हैं, हिजाब के मुद्दे पर विरोध कर रहे हैं, सांस्कृतिक प्रदूषण के खिलाफ लड़ रहे हैं, टीपू सुल्तान की गुलामी के प्रचार के विरुद्ध आंदोलन कर रहे है ऐसे में बजरंग दल पर प्रतिबंध करने की बात कर कांग्रेस देश विरोधी वोटरो को साधने का प्रयास कर रही है।

कांग्रेस ने एक तरह से परोक्ष रूप से हिंदुस्तान की आतंकवादी ताकतों को आतंकवादी समर्थक वोट बैंक को यह सीधा संदेश दिया है कि आप हमको सत्ता में लाइए, हम कर्नाटक राज्य में टुकड़े टुकड़े गैंग या भारत तोड़ने का षड्यंत्र करने वालो को सुरक्षा की पूरी गारंटी देते हैं।  पवैया ने कहा कि कांग्रेस को देश भक्तों से वोट मिलने की उम्मीदें नहीं है ऐसे में डूबती कांग्रेस आखिरी हथकंडा अपना रही है जो उपहास जनक है।

पवैया ने कहा कि पीएफआई से बजरंग दल की तुलना की जा रही है, जो भारत को टुकड़े करने की बात करते हैं, जो देश को तोड़ने के षड्यंत्र में पकड़े गए हैं, उसकी तुलना उस पवित्र संगठन से करना जो भारत माता की उपासना में लगे हुए नौजवानों का एक विशाल समूह है पूरी तरह से गलत है। बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पवैया ने कहा कि  मुझे याद है 1996 में कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन ने बन्दूक की दम पर अमरनाथ यात्रा रोकने की चुनौती दी थी तब हिंदुस्तान के 50 हजार नौजवान लेकर वह कश्मीर गए थे। अब देश बचाने वाले बजरंग दल की तुलना कांग्रेस पीएफआई से कर रही नहै तो उसमें गलत कुछ भी नहीं है, क्योंकि कांग्रेस शुरू से ही देश विरोधी ताकतो को पनाह देती रही है। जयभान सिंह पवैया ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी हिन्दू आस्था के साथ न्याय नहीं किया है, हनुमानजी लंका जलाने  नहीं गए थे, लेकिन हनुमानजी की पूछ में आग लगाकर रावण ने ही छेड़ा था तो फिर लंका तो जलनी ही थी।

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