MP Lok Sabha Election 2024
MP Lok Sabha Election 2024 Raj Express
मध्य प्रदेश

MP Lok Sabha Election 2024 : मध्यप्रदेश में उन 6 सीट पर मतदान जहां वर्षों से भाजपा का कब्जा

Author : gurjeet kaur

हाइलाइट्स :

  • 26 अप्रैल को ईवीएम में दर्ज होगी प्रत्याशियों की किस्मत।

  • कई लोकसभा सीटों पर सालों से नहीं खुला कांग्रेस का खाता।

MP Lok Sabha Election 2024 : भोपाल, मध्यप्रदेश। लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के लिए कॉउंटडाउन शुरू हो गया है। मध्यप्रदेश में 6 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान है। इन 6 सीटों में टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा और होशंगाबाद शामिल है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने ये सभी सीटें जीती थी। उसके पहले भी इनमें से कई सीट पर वर्षों से भाजपा का ही कब्ज़ा रहा है। जानते हैं किस सीट की क्या है स्थिति।

टीकमगढ़

भाजपा ने टीकमगढ़ लोकसभा सीट से 6 बार के सांसद और दो बार केंद्रीय मंत्री रहे वीरेंद्र कुमार खटीक को टिकट दिया है। सपा और कांग्रेस ने INDIA गठबंधन के तहत कांग्रेस नेता पंकज अहिरवार को प्रत्याशी बनाया है। पंकज अहिरवार पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि, टीकमगढ़ में 18.26 लाख वोटर्स हैं। 2009 में यह सीट अस्तित्व में आई थी। तब से यहां भाजपा का ही कब्जा है। पिछले चुनाव में वीरेंद्र कुमार खटीक को 61.30 प्रतिशत वोट मिले थे।

वीरेंद्र कुमार खटीक बनाम पंकज अहिरवार

दमोह

दमोह लोकसभा सीट पर मुकाबला लोधी बनाम लोधी है। भाजपा ने दमोह से राहुल लोधी और कांग्रेस ने तरबर लोधी को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट कर करीब 19.25 लाख मतदाता हैं। साल 1989 से यह सीट भाजपा के पास है। 1989 के बाद कांग्रेस एक भी बार यह सीट नहीं जीती पाई। 2014 से 2019 तक प्रहलाद पटेल इस सीट से सांसद थे। अब वे मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य और मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री हैं। बता दें कि, राहुल लोधी को भाजपा ने विधानसभा चुनाव में खरगापुर से सीट उतारा था लेकिन वे हार गए थे। राहुल लोधी, राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे है।

राहुल लोधी बनाम तरबर लोधी

खजुराहो

पहले चरण में जितनी चर्चा छिंदवाड़ा की थी दूसरे चरण में उतनी ही चर्चा खजुराहो लोकसभा सीट की है। यह सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। इस बार भी भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को टिकट दिया है। उनके सामने INDIA गठबंधन के तहत सपा नेता मीरा यादव को मैदान में उतारा गया था लेकिन उनका नामांकन ही रद्द हो गया। यहां 19.97 प्रतिशत मतदान है। वीडी शर्मा के सामने कोई प्रबल दावेदार फ़िलहाल नहीं है। 1989 से यह सीट भाजपा के पास है। 1999 में यहाँ से कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी जीते थे। इसके बाद से भाजपा प्रत्याशी ही यहां से जीतते आये हैं। 1989 से 1999 तक उमा भारती यहां से सांसद थीं।

खजुराहो लोकसभा सीट : विष्णु दत्त शर्मा

सतना

सतना लोकसभा सीट से भाजपा ने 4 बार के सांसद गणेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है। उनके सामने कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाहा को मैदान में उतारा है। यहां 17.5 लाख मतदाता हैं। 1998 से यह सीट भाजपा के पास है। बसपा ने यहां से नारायण त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। इस तरह सतना में मुकाबला त्रिकोणीय है। गौरतलब है कि, गणेश सिंह को भाजपा ने 2023 विधानसभा चुनाव में सतना से विधायकी का चुनाव लड़वाया था जहाँ वह कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा से केवल 4000 मतों से हार गए थे। अब लोकसभा चुनाव में एक बार फिर दोनों आमने-सामने है।

गणेश सिंह बनाम सिद्धार्थ कुशवाहा

रीवा

रीवा लोकसभा सीट से भाजपा ने जनार्दन मिश्रा को दूसरी बार टिकट दिया है। उनके सामने कांग्रेस ने नीलम अभय मिश्रा को मैदान में उतारा है। नीलम अभय मिश्रा भाजपा से विधायक भी रह चुकीं हैं। रीवा में 18.52 लाख वोटर्स हैं। जनार्दन मिश्रा पिछली बार 57.61 प्रतिशत मतों से विजयी हुए थे।

जनार्दन मिश्रा बनाम नीलम अभय मिश्रा

होशंगाबाद

होशंगाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा के दर्शन सिंह और कांग्रेस के संजय शर्मा आमने - सामने हैं। दर्शन सिंह पहली बार चुनावी मैदान में हैं। यहां 18.55 लाख वोटर्स हैं। 1989 से 2004 तक यह सीट भाजपा के पास थी। 2009 से 2014 तक इस सीट पर कांग्रेस विजयी हुई थी। कांग्रेस को विजयी बनाने वाले उदय प्रताप सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने भाजपा की टिकट पर 2014 और 2019 का चुनाव जीता था। इस समय उदय प्रताप सिंह मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य हैं।

दर्शन सिंह बनाम संजय शर्मा

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