सिस्टम का असर, बार-बार बदल रहा है मौसम का मिजाज
सिस्टम का असर, बार-बार बदल रहा है मौसम का मिजाज सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

Madhya Pradesh Weather Update : सिस्टम का असर, बार-बार बदल रहा है मौसम का मिजाज

Rakhi Nandwani

मध्यप्रदेश। मार्च के महीने के दस दिन बीत चुके हैं लेकिन गर्मी के तेवर अब भी तीखे नहीं हुए हैं। मौसम का मिजाज मिलाजुला है और ठंड की विदाई नहीं हुई है। तापमान बढ़ने के बावजूद गर्मी के मौसम का अहसास नहीं हो रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम का मिजाज बार-बार बदल रहा है। राजधानी सहित पश्चिमी मप्र कहीं तेज हवाएं चल रही हैं तो कहीं बिजली चमकने के साथ ही गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ रहीं हैं। इसी क्रम में बुधवार को मंदसौर, नीमच और रतलाम में कहीं-कहीं बारिश के साथ ओले पड़ने की खबरें हैं। जिससे इन इलाकों में फसलों को नुकसान पहुंचा है।

मौसम विभाग ने बुधवार को रतलाम, उज्जैन, उत्तरी सीहोर, मंदसौर, नीमच, आगर, राजगढ़, गुना, भोपाल, विदिश, श्योपुर कलां, अशोक नगर और शाजापुर में बिजली चमकने और धूल भरी हवाएं चलने का अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षित रहने के लिए कहा है। गुरुवार को यह सिस्टम पूर्वी मप्र में सक्रिय होने के आसार हैं। जिससे रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग में वर्षा की गतिविधियां देखी जा सकती हैं।

यह सिस्टम सक्रिय :

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मार्च से लेकर मई तक गर्मी का सीजन होता है। लेकिन लगातार बनने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में लगातार बदलाव जारी है। मार्च में अब तक तीन पश्चिमी विक्षोभ बन चुके हैं। वर्तमान में भी एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर बना हुआ है। वहीं दक्षिणी राजस्थान पर बने प्रेरित हवा का चक्रवात के मध्यप्रदेश के बार्डर पर आने से मौसम का मिजाज बदल गया है। इसके अलावा अन्य मौसम प्रणालियां भी बनी हुई हैं। जिससे नमी मिल रही है और कहीं-कहीं बारिश हो रही है तो कहीं ओले भी गिरे हैं। मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान एवं उससे लगे उत्तर भारत पर ट्रफ के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से दक्षिण राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है, जो मध्यप्रदेश के बार्डर पर भी सक्रिय है । दक्षिणी तमिलनाडु के तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक ट्रफ बना हुआ है। इन चार मौसम प्रणालियों के कारण मप्र के अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा की गतिविधियां जारी हैं।

यहां पड़ सकती हैं बौछारें :

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भी ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों के अलावा सीहोर, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, धार, देवास, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शुक्रवार से इन जिलों का मौसम साफ होने के आसार हैं।

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