बनखेड़ी रेशम प्रक्षेत्र में घोटाला
बनखेड़ी रेशम प्रक्षेत्र में घोटाला Syed Dabeer Hussain - RE
मध्य प्रदेश

बनखेड़ी रेशम प्रक्षेत्र में घोटाला: रेशम किसानों की सब्सिडी के करोड़ों रुपए अधिकारियों ने डकारे

Prafulla Tiwari

नर्मदापुरम, मध्यप्रदेश। जिले में रेशम की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसके लिए किसानों को बकायदा प्रशिक्षण दिया जाता रहा है और रेशम की खेती करने के लिए उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप सब्सिडी भी दी जाती है। लेकिन जिले में रेशम की खेती को बढ़ावा देने के नाम पर विभागीय अधिकारियों ने अपनी जेब का आकार बड़ा कर लिया और किसानों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि यानि सब्सिडी के करोड़ों रुपए डकार लिए। मामला बनखेड़ी रेशम प्रक्षेत्र का है। जहां अधिकारियों ने अपनी कारगुजारी को बहुत ही शायराना तरीके से अंजाम दिया।

रेशम परिक्षेत्र में करोड़ों रुपए घोटाला कागजों में ही दबा रहता। लेकिन सब्सिडी के लिए चक्कर लगा-लगाकर थक चुके पात्र किसान जब परेशान हो गए, तब उन्होंने इसकी शिकायत की और अफसरों की कारगुजारी सामने आई। बताया जाता है कि 2019 से 2022 के बीच रेशम प्रक्षेत्र बनखेड़ी में 300 किसानों के पंजीयन किए गए, रेशम की खेती करने पर सरकार की तरफ से प्रत्येक किसान को 1 लाख 80 हजार की सब्सिडी देने का प्रावधान है। किसानों को मिलने वाली इसी सब्सिडी की बंदरबाट करने के लिए अधिकारियों ने रेशम की खेती के लिए फर्जी किसानों का पंजीयन किया और उनके बैंक खाते बनखेड़ी की बजाय पिपरिया के एक निजी बैंक में खुलवाए और कागजों में फर्जी खेती और फर्जी उत्पादन दर्शाकर सब्सिडी की राशि के करोड़ों रुपए हड़प लिए। मामले का खुलासा भी नहीं होता, लेकिन फर्जी पंजीकृत किसानों के साथ-साथ कुछ पात्र किसान भी आ गए, जिन्होंने वास्तव में रेशम की खेती की थी और उन्हें सब्सिडी मिलना चाहिए थी, लेकिन अधिकारियों ने असली और फर्जी दोनों की ही सब्सिडी हड़प ली। असली और पात्र किसान को सब्सिडी नहीं मिली, तो उन्होंने अधिकारियों और बैंक के चक्कर लगाना शुरू कर दिया और थक हारने के बाद इसकी शिकायत की, तब कहीं यह घोटाला सामने आया है।

अधिकारियों ने कोरोना काल में किए वारे न्यारे :

2 वर्ष पहले जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, चारों तरफ हा-हाकार मचा था। संक्रमण के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। हर कोई बीमार और दहशत में था, लेकिन रेशम केंद्र के अधिकारियों ने इस विकट परिस्थिति को भी आमदनी का जरिया बना लिया और आपदा के समय को अवसर के रूप में बना लिया। दरअसल 2020 और 21 में कोरोना संक्रमण के कारण पूरी की पूरी सरकारी मशीनरी बीमारी की रोकथाम, लोगों की जांच, स्क्रीनिंग और संक्रमित मरीजों के इलाज की व्यवस्थाओं में लग गई। इस कारण आला अधिकारियों को दूसरी किसी भी योजना अथवा कार्यक्रम की मैदानी मानिटरिंग के लिए समय नहीं मिला और रेशम प्रक्षेत्र बनखेड़ी के अधिकारियों ने इसी स्थिति का लाभ उठाते हुए आपदा के समय को आमदनी के अवसर के रूप में बदल लिया और करोड़ों के घोटाले को अंजाम दिया। इस मामले को लेकर जिला रेशम अधिकारी शरद श्रीवास्तव से संपर्क करना चाहा तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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