Police arrested son of media owner Jitendra Soni
Police arrested son of media owner Jitendra Soni Kavita Singh Rathore -RE
मध्य प्रदेश

मीडिया समूह के मालिक जितेंद्र सोनी के ठिकानों पर पुलिस का छापा

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। मध्य प्रदेश से लेकर अनेक शहरों को समेट लेने वाले हनीट्रैप मामले में पुलिस ने शनिवार रात इंदौर में हनीट्रैप मामले का खुलासा करने वाले स्थानीय मीडिया समूह के मालिक जितेंद्र सोनी के ठिकानों पर छापा मारा था, जिनमें होटल, बार और घर शामिल हैं। छापा मरने के बाद रविवार शाम को इंदौर पुलिस ने कुछ खुलासे किये। यह वही जितेंद्र सोनी है जिन्होंने लगातार हनीट्रैप मामले में जेल में बंद महिलाओं के साथ नेताओं-अधिकारियों की फोटोज दी थीं।

छापा मारने से हुआ बड़ा खुलासा :

मध्य प्रदेश पुलिस ने शनिवार को आधी रात जब छापा मारा तब पता चला की इन होटल, डांस बार और पब का मालिक जितेंद्र सोनी ही है। इस मामले में जितेंद्र सोनी के प्रिटिंग प्रेस और अखबार के दफ्तर को सील कर दिया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि, न्यूजपेपर द्वारा ही पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें सामने आई थीं। हालांकि इस छानबीन का काफी विरोध किया गया, पुलिस पर आरोप भी लगे कि, उनकी छानबीन से प्रेस का दफ्तर सील कर दिया गया है। इस छानबीन का विरोध करने कई चैनल के पत्रकार भी पहुंचे।

पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस :

रविवार की शाम को पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई जिसमें अपनी बात रखी, पुलिस ने दबाव की खबरों को खारिज कर दिया। वहीं रविवार को इंदौर के SSP रुचिवर्धन मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि, मीडिया समूह के संचालक के होटल से 67 महिलाओं और लड़कियों को बचाया गया है। यह महिलाएं और लड़किया वहां जबरदस्ती बंधक बनी हुई थीं। बचाई गईं लड़कियों से बातचीत से पता चला कि, इन्हे यहाँ उनकी मर्जी के खिलाफ रखा गया था। मालिक पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग के लिए धारा 370 लगाई गई है और FIR दर्ज कर ली गई है। वहीं छापे के दौरान घर से अवैध कारतूस भी जब्त करे गए हैं।

संचालक का पत्रकार बेटा गिरफ्तार :

पूरी जांच पड़ताल से पता चला इस मामले में मीडिया समूह के संचालक का पत्रकार बेटा भी शामिल है। पुलिस ने बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में मीडिया समूह के संचालक और उनके पत्रकार बेटे के खिलाफ नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह ने मामला दर्ज करवाया था। जिसके कारण पुलिस ने यह कार्यवाही की। हालांकि, पुलिस ने यह भी बताया की इनका हनीट्रैप मामले से कोई लेना-देना नहीं है हमने उन्हें शिकायत के आधार पर सर्च वारंट के साथ पकड़ा है। वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर हनीट्रैप के वीडियो और दूसरे दस्तावेज बरामद करने की कोशिश में जुटी है। हालांकि, पुलिस ने कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।

ऐसे हुआ खुलासा : (शार्ट में पूरी स्टोरी)

अभी तक इस मामले में 28 विधायक, 13 IAS, 12 बिजनेसमैन, 4 मंत्री, 3 सांसद, 4 पत्रकार और 1 पूर्व मुख्य मंत्री का नाम सामने आ चुका है, यह मामला पहली बार जून 2019 में एक वीडयो द्वारा सामने आया। इस वीडियो में एक नगर निगम का इंजीनियर हरभजन सिंह एक लड़की के साथ आपत्तिजनक हालत में था, जिसे सबके सामने नहीं देखा जा सकता। वीडियो वायरल होते-होते पुलिस के मोबाईल तक पहुंच गया। पुलिस छानबीन करने लगी तब पता चला कि, इंजीनियर के साथ वीडियो में दिख रही लड़की का नाम आरती दयाल है।

यह वही आरती थी, जो राजनीति में अपना हाथ आजमा चुकी थी और उसे कोई तरक्की हाथ नहीं लगी थी जब और जांच की गई की एक साधारण से घर की लड़की अचानक ही आमीर हो गई। बस फिर क्या था पुलिस ने आरती को लेकर जांच शुरू कर दी और आरती का मोबाईल ट्रेस किया गया तो, बहुत बड़ी-बड़ी नामी हस्तियों के नाम सामने आ गये। पुलिस ने इंजीनियर के साथ मिलकर प्लान बनाया और उसे बुला कर पकड़ लिया। धीरे-धीरे परतें खुलती गईं और पूरा मामला सामने आ गया। गिरफ्तार हुई लड़कियाँ अच्छे घरों की थीं, इनका राजनैतिक लोगों के साथ उठना-बैठना था। इस मामले मुख्य तौर पर श्वेता स्वप्निल जैन, श्वेता जैन, बरखा भट्नागर, आरती दयाल मोनिका यादव का नाम सामने आया है।

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