रेल प्रशासन का गरीबों पर चला कार्यवाही का डंडा
रेल प्रशासन का गरीबों पर चला कार्यवाही का डंडा राज एक्सप्रेस, संवाददाता
मध्य प्रदेश

रेल प्रशासन का गरीबों पर चला कार्यवाही का डंडा, आईओडब्ल्यू दबंगों को दे रहा संरक्षण

राज एक्सप्रेस

ब्योहारी, मध्यप्रदेश। शहडोल रोड के रेलवे तिराहे में ठेला टपरा, गुमटी रख अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले गरीबों को रेलवे के कुछ कर्मचारियों ने बिना पूर्व सूचना के बेदखल कर दिया। रेलवे स्टेशन से लगभग पांच सौ मीटर दूर रीवा-शहडोल मुख्य मार्ग किनारे वर्षो से कुछ गरीब परिवार अपना जीवन निर्वाह के लिऐ चाय-पान, सब्जी, हज्जाम आदि की अस्थाई टपरा दुकान व ठेला लगाकर अपना और परिवार का गुजर-बसर करते थे, आज बेदखल कर उजाड़ दिया गया। वहीं दूसरी तरफ निर्माणाधीन प्लेटफॉर्म क्रमांक-02 के पीछे हुए स्थाई कब्जे और वहां संचालित अवैध गतिविधियों को रोकने में रेल प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।

गरीबों पर कार्यवाही का चाबुक :

रेलवे के आरपीएफ चौकी में पदस्थ इंचार्ज कर रहा अवैध वसूली शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद हरकत में आये रेल विभाग ने आनन-फानन जेसीबी मशीन से दो टपरों को एक नाई का और दूसरा पान का गिराकर तोड़ दिया गया। बाकीं दुकानदारों को कुछ वक्त की मोहलत दे टपरे को हटा लेने का आदेशा दिया गया। रेलवे की आराजी बताते हुए गरीब दुकानदारों के अस्थाई दखल को शहडोल रोड़ के रेलवे तिराहे से हटाने का रेलवे के आईओडब्ल्यू तथा आरपीएफ इंचार्ज के द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर सड़क किनारे बांस पन्नी का टपरा बना अपना भरण-पोषण करने वाले कुछ गरीब दुकानदारों ने बताया कि रीवा शहडोल रोड किनारे रेलवे तिराहा के बाद सड़क से पचास फिट दूर टपरा ठेला रख कई साल से दुकान चलाने की उक्त भूमि को रेलवे की आराजी बताकर विभाग के आईओडब्लू मनोज कुमार तथा आरपीएफ इंचार्ज कमल सिंह के द्वारा सभी दुकानों से मंथली वसूली की जाती रही है। लेकिन अखबार में खबर आने के बाद हम गरीबों को बेदखल किया जा रहा है।

अधिकारियों को आता है पसीना :

रेलवे प्लेटफार्म के सामने दूसरी तरफ पुरानी आरपीएफ चौकी बैरक के पीछे कई तथाकथित लोगों के द्वारा पक्का निर्माण कर कब्जा किया गया है और वहां से अवैध गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। चर्चा है कि वहां पर नशे व देह व्यापार का अवैध कारोबार रात-दिन होता है। ऐसा भी नहीं कि इस बात की जानकारी रेल विभाग में किसी को न हो पर यहां हाथ डालने में विभाग के बड़े अधिकारियों को भी पसीना आ जाता है। गरीबों के लिऐ ही सारे कानून कायदे हैं।

इनका कहना है :

मुझे जानकारी नहीं है। आज मैं फेलियर सेक्सन ड्यूटी मे जोवा स्टेशन गया था। आप आईओडब्ल्यू मनोज कुमार से बात कर लें। शायद उन्होंने कार्यवाही की हो।
कमल सिंह, आरपीएफ इंचार्ज

इस संबंध में जब रेलवे के आईओडब्ल्यू मनोज कुमार टोपे से उनके मोबाइल नम्बर पर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो, उनका फोन ही नहीं उठा।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT