पटवारियों की नई नियुक्तियों पर CM ने लगाई रोक
पटवारियों की नई नियुक्तियों पर CM ने लगाई रोक Social Media
मध्य प्रदेश

पटवारियों की नई नियुक्तियों पर मुख्यमंत्री ने लगाई रोक, कहा- "सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा"

Priyanka Yadav

हाइलाइट्स:

  • एमपी में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली को लेकर हंगामा

  • पटवारी परीक्षा पर विवाद के बाद CM शिवराज का एक्शन

  • सरकार ने पटवारी भर्ती परीक्षा की नियुक्तियों पर रोक लगाई

  • सीएम ने कहा- सेंटर के परिणाम का फिर से परीक्षण किया जाएगा

MP News: एमपी में चुनावी साल में आयोजित हुए व्यापमं की पटवारी भर्ती परीक्षा के साथ अन्य परीक्षाओं के रिजल्ट जारी हुए लेकिन, इनमें गड़बड़ी और घोटाले के सवाल उठने लगे है। ऐसे में प्रदेश में पटवारी चयन परीक्षा को लेकर बवाल मचा हुआ है। पटवारी परीक्षा पर विवाद के बाद एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अब पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक का आदेश जारी कर दिया है।

​​​​​​​पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक

बता दें, मध्यप्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप के बाद सरकार ने ये बड़ा फैसला लिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने पटवारियों की नई नियुक्तियों पर रोक लगाते हुए कहा कि, एनआरआई कॉलेज के परिणामों की दोबारा जांच की जाएगी।

सीएम ने ट्वीट कर कही ये बड़ी बात:

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि, कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेन्टर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूँ। सेन्टर के परिणाम का पुनः परीक्षण किया जाएगा।

सरकार ने लिया बड़ा फैसला

सीएम के फैसले के बाद कमलनाथ ने बयान देते हुए कहा कि, कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित समूह-2, उप समूह-4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम में धांधली के समाचार सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने नियुक्तियां रोकने का फैसला कर, यह स्वीकार कर लिया है कि इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली और घोटाला हुआ है।

मैं मुख्यमंत्री से स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि कोई भी फैसला ऐसा होना चाहिए जिसमें अभ्यर्थियों के साथ अन्याय नहीं हो। नियुक्तियां रोकना एक बात है और असली दोषियों को पकड़ना दूसरी बात है। व्यापम और नर्सिंग घोटाले में भी सरकार ने इससे मिलती-जुलती कार्यवाही करके मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की थी और सत्ताधारी दल से जुड़े मुख्य साजिशकर्ताओं को बचाया था। मध्य प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि पटवारी भर्ती घोटाला के मुख्य कर्ता-धर्ता कौन हैं और उनका भारतीय जनता पार्टी से क्या संबंध है? और अगर संबंध है तो वह कानून के शिकंजे में कब आएंगे?

बता दें परीक्षा परिणाम में धांधली को लेकर कांग्रेस के हमलावर होने के साथ ही भोपाल, इंदौर समेत कई शहरों में अभ्यार्थी जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। कल इसको लेकर नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन द्वार इंदौर में पटवारी भर्ती में हुए घोटाले के विरोध में इंदौर कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव किया गया था। इस दौरान इंदौर कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में छात्र एकत्र हुए। इसे लेकर कांग्रेस के काई नेताओं ने पहले भी ट्वीट कर गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की थी।

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