बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए लेआउट से हटकर हो रहा नाला निर्माण
बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए लेआउट से हटकर हो रहा नाला निर्माण Social Media
मध्य प्रदेश

उज्जैन:बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए लेआउट से हटकर हो रहा नाला निर्माण

राज एक्सप्रेस

उज्जैन, मध्य प्रदेश। वार्ड 47 मे पार्षद एवं संबंधित जोन अधिकारियों की मिलीभगत वार्ड में पूर्व से स्वीकृत कार्य का कागजों में निर्माण कर 50 लाख का पूर्ण भुगतान पहले से ही करवा कर पुन: उसी कार्य को किसी अन्य स्थान के नाम से करवाया जा रहा है वहीं मामले की शिकायत के बाद भी न तो इस नाले का निर्माण कार्य रुका उपर से इस नाले को लेआउट के हिसाब से बनाने की बजाए, बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए मोड़ दिया गया है। मामले की शिकायत पूर्व में निगमायुक्त को की गई तो दिखावटी तौर पर अधिकारियों ने मौके पर आकर जांच की लेकिन अब तक किसी दोषी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई वरन ओम साई ओम मल्टी के बिल्डर को लाभ पहुंचाने के लिए नाला लेआउट के खिलाफ निर्मित किया जा रहा है।

समाजसेवी धनराज गेहलोत के अनुसार शांतिनगर पुलिया के नाम से लाखों की लागत से नाला निर्माण कार्य किया जा रहा है किंतु पूर्व में स्वीकृत नाला निर्माण का कार्य अलखधाम से होते हुए ओम साई ओम मल्टी एवं शांतिनगर तक किया जाना था जिसका अधूरा निर्माण हुआ और कुछ समय में ही वह नाला धंस गया जिसकी शिकायत तत्कालीन निगमायुक्त को की जा चुकी थी। उसकी जांच भी प्रक्रियाधीन होने पर भी संबंधित जोन के जोनल अधिकारी डोंगरसिंह परिहार से मिल कर जांच प्रभाविक करने का कार्य क्षेत्रीय पार्षद विजयसिंह दरबार के द्वारा करवाया गया। जिसकी भी शिकायत तत्कालीन निगमायुक्त को की गई है जिसके फलस्वरूप निगम आयुक्त द्वारा नाला निर्माण कार्य एवं अन्य निर्माण कार्य को रोकने के निर्देश दिये गये थे।

सूचना के अधिकार के माध्यम से उक्त कार्यों की जानकारी चाही गई थी किंतु संबंधित फाईल भी रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं होना बताया गया एवं मध्यप्रदेश राज्य सूचना आयोग द्वारा भी डोंगरसिंह परिहार को फाईल की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया किंतु आज तक फाईल भी उपलब्ध नहीं करवाई गई। समाजसेवी धनराज गेहलोत ने निगम आयुक्त को शिकायत कर वार्ड 47 में हो रहे समस्त निर्माण कार्यों में हुए।

भ्रष्टाचार की जांच करवाने का अनुरोध किया गया था, इसके पश्चात निगम के अधिकारियों ने मुंह दिखाई की कार्रवाई करते हुए मौके पर जाकर दौरा किया लेकिन न तो उन्होंने निर्माण रूकवाया और न ही अब तक किसी दोषी पर कोई कार्रवाई की गई है। वहीं दूसरी ओर नाले का निर्माण भी लेआउट के विपरीत हो रहा है, ऐसे मे भविष्य में कोई अनिष्ट होता है तो जवाबदार कौन होगा।

गहलोत ने आरोप लगाया कि डोंगर सिंह परिहार द्वारा ले आउट से छेड़छाड़ कर नाला निर्माण बिल्डर के मुताबिक बनाने में मदद की होगी क्योंकि कालोनी सेल का प्रभार भी परिहार ही सँभालते हैं। धनराज गेहलोत ने बताया कि यदि मामले में प्रशासन द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो न्यायालय की शरण लेंगे।

ताज़ा ख़बर पढ़ने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। @rajexpresshindi के नाम से सर्च करें टेलीग्राम पर।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT