उमरिया, मध्य प्रदेश। सरकार कोरोना काल को लेकर कितना भी ठोस कदम क्यों न उठा लें, किन्तु राज्य सरकार के उपरोक्त मिशन पर जनता के राहत के लिए पानी फिरता नजर आ रहा है, ये मामला जब प्रकाश में आया की बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में संचालित हो रहें पर्यटक वाहनों से अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करते है, स्थानीयजनों के द्वारा कोविड-19 के मार को लेकर मुख्यमंत्री को व कलेक्टर सहित क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व को राहत के लिए ज्ञापन सौंपा गया था कि पर्यटन में संचालित हो रहे वाहन जिनकी कार्य अवधि 10 वर्ष निर्धारित की गई है। जिसे स्थानीयजनों के द्वारा निर्धारित 10 वर्ष से अधिक की वाहन कार्य अवधि बढ़ाने की मांग की गई है, किन्तु आज दिनांक तक स्थानीयजनों के मांगों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
रोजगार पर असर :
कोरोना महामारी के चलते पूरे देश के विकास का पहिया थम से गये, जिससे नेशनल पार्क टाईगर रिजर्व बंद कर दिए गए थे, जिससे स्थानीयजनों के जीवन पर काफी गहरा असर पड़ा, स्थानीयजनों लोगों का कहना है कि हम लोग ऋण लेकर वाहन खरीदते हैं और कुल संचालित पार्क 9 माह में से 7 माह व्यापार करते हैं और इस वर्ष तो 3 ही माह व्यापार कर पायें, उक्त समस्यों लेकर मुख्यमंत्री से हम लोगों ने ये मांग रखी थी कि कोरोना काल में न किसी प्रकार की गाडिय़ां बनी और फायनेंस नहीं हो रहा है। जिसके संबंध में हम लोगो के वाहनों की कार्य अवधि बढ़ा दी जाए, यदि नहीं बढ़ाई जाती तो इतनी लंबी पूंजी वाहन कोरोना काल में हम लोगों के द्वारा ला पाना बड़ा मुश्किल होगा और हम 30 से 40 परिवार के लोग बेघर हो जायेगें।
गाड़ियां हो सकती है बाहर :
टाईगर रिजर्व के वाहन संचालन पॉलिशी व राज पत्र 29 मई 2018 के उपनियम-7(11) के अनुसार यदि देखा जाए जो केवल पार्क मे 10 वर्ष हेतु ही पयर्टन वाहन संचालन की अनुमति है। यदि उपरोक्त नियम कानून को माना जायें तो वाहन मॉडल वर्ष 2009 व 2010 की वाहन रोजगार से वंचित होगी, जिसका असर स्थानीय जनों के जीवन यापन पर पड़ेगा।
तीन माह बंद रहे पार्क :
मार्च में कोरोना की दस्तक देश में होने के बाद से प्रदेश के सभी टाइर्गर रिजर्वाे को बंद कर दिया गया था, उसके बाद मानसून सीजन शुरू होते ही पार्क 30 सितम्बर तक के लिए बंद रहता है। अब नये सीजन की शुरूआत 1 अक्टूबर से होगी, इस दौरान पर्यटन से जुड़े जिप्सी संचालक, होटल व्यवसाय सहित अन्य कारोबार ठप्प रहे हैं, वहीं कोरोना के चलते नये वाहन भी फायनेंस नहीं हो रहे है, अगर प्रदेश सरकार ने वाहनों में 1 वर्ष की वृद्धि नहीं की तो, केवल बांधवगढ़ में 40 जिप्सियां बाहर हो जायेगी, जिसका असर उनके जीवकोपार्जन पर पड़ेगा, यही हाल अन्य टाईगर रिजर्वाे में भी है।
17 तक है अंतिम तिथि :
टाइर्गर रिजर्व के अधिकारियों ने वर्ष 2020-21 के लिए वाहनों के पंजीयन के लिए 10 से 17 सितम्बर तक समयावधि निर्धारित की है, अगर इससे पहले शासन ने निर्णय नहीं लिया तो, जिप्सी संचालक बेरोजगार हो जायेंगे, 18 व 19 को आवेदनों का परीक्षण होगा। वहीं वाहनों की फिटनेस की जांच 18 से लेकर 21 तारीख तक की जायेगी, जिसके लिए पार्क प्रबंधन ने जिप्सी यूनियन को अवगत भी करा दिया है।
इनका कहना है :
निर्धारित मापदण्ड जो कि पिछले वर्ष लागू किया जायेगा, जो कि बीते वर्ष लागू किया गया था, शासन कोई नया आदेश करती है तो, उसका पालन होगा।अनिल शुक्ला, उप वन मण्डलाधिकारी, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व, उमरिया
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