दिसंबर से यूनिवर्सिटी, कॉलेज खुलने की उम्मीद
दिसंबर से यूनिवर्सिटी, कॉलेज खुलने की उम्मीद सांकेतिक चित्र
मध्य प्रदेश

इंदौर : दिसंबर से यूनिवर्सिटी, कॉलेज खुलने की उम्मीद

Author : Piyush Mourya

इंदौर, मध्य प्रदेश। कोरोना संक्रमण के चलते शैक्षणिक संस्था 16 मार्च 2020 से ही बंद है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की गई। लेकिन अब धीरे-धीरे जहां तमाम काम शुरु हो रहे हैं, वहीं अब शिक्षण संस्थाएं भी खुलने की ओर है। हालांकि अभी प्रदेशभर में ऑनलाइन के माध्यम से पढ़ाई जारी है, जो कि 30 नवंबर तक चलेगी। जानकारों की मानें तो दिसंबर के पहले सप्ताह से यूनिवर्सिटी, कॉलेज खुलने की उम्मीद है, दरअसल यूजीसी ने कोरोना महामारी के बीच यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को खोजने के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है। यूजीसी ने कहा है कि राज्य यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में फिजिकल क्लास शुरु करने के बारे में राज्य सरकारें फैसला करेंगी, जबकि केंद्र से वित्तीय सहायता प्राप्त करने वाले उ'च शिक्षण संस्थानों के प्रमुख महामारी के बीच भौतिक रुप से कक्षाएं शुरु करने के लिए कैंपस खोलने को लेकर फैसला करेंगे। नई गाइडलाइन में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज कैंपस चरणबद्ध तरीके से खोले जा सकते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार सभी रिसर्च कोर्सेज के स्टूडेंट्स और साइंस टेक्नोलॉजी कोर्सेज के पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को पहले कॉलेज बुलाया जा सकता है क्योंकि इनकी संख्या अन्य कोर्स के स्टूडेंट्स से कम होती है। इसके बाद संस्थान प्रमुख के निर्देशानुसार अकादमिक और प्लेसमेंट के मकसद से फायनल इयर के स्टूडेंट्स को बुलाया जा सकता है। हालांकि किसी भी संस्थान में कुल स्टूडेंट्स के 50 फीसदी से अधिक की उपस्थिति नहीं होना चाहिए।

एक नजर में :

  • यूजीसी ने कहा है संस्थानों को अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट्स के लिए योजना तैयार रखना चाहिए जो यात्रा प्रतिबंधों या वीजा संबंधी मुद्दों की वजह से कोर्सेज में शामिल नहीं हो सकते।

  • ऐसे स्टूडेंट्स जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण होंगे, उन्हें कैंपस में रहने, यूनिवर्सिटी या कॉलेज होस्टल में रुम शेयर करने की अनुमति नहीं दी जाना चाहिए।

  • गाइडलाइन में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोश्यल डिस्टेंसिंग समेत सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। आपस में छह फीट की दूरी बनाए रखना होगी। मास्क अनिवार्य होगा।

  • यदि यूनिवर्सिटी और कॉलेज कंटेनमेंट जोन से बाहर हैं तो ही उन्हें खोलने की इजाजत दी जा सकती है। कंटेनमेंट जोन में रहने वाले स्टूडेंट्स और फैकल्टी को कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।

  • स्टूडेंट्स और स्टाफ को भी सलाह दी जाए कि वह कंटेनमेंट जोन मे न जाएं। फैकल्टी, स्टाफ और स्टूडेंट्स को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

  • यूनिवर्सिटी और कॉलेज में 50 फीसदी स्टूडेंट्स ही अटेंड करेंगे क्लास।

  • यूजीसी ने नई गाइडलाइन में स्पष्ट किया है कि यदि स्टूडेंट चाहे तो कक्षाओं में भाग न लेकर घर पर ही रहकर ऑनलाइन अध्ययन कर सकते हैं।

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