इंदौर जिले से पहली महिला केबिनेट मंत्री बनी उषा ठाकुर
इंदौर जिले से पहली महिला केबिनेट मंत्री बनी उषा ठाकुर Social Media
मध्य प्रदेश

इंदौर जिले से पहली महिला केबिनेट मंत्री बनीं उषा ठाकुर

राज एक्सप्रेस

हाइलाइट्स :

  • महू और सांवेर विधायक बने मंत्री, शहरी क्षेत्र अछूता रहा

  • मैंदौला समर्थक ने दिखाया रोष, आत्मदाह का प्रयास किया

इंदौर, मध्य प्रदेश। प्रदेश में कोरोना काल के दौरान हुए सत्ता परिवर्तन के साथ ही भाजपा की सरकार बनी थी, लेकिन मंत्री मंडल के रूप में मात्र 6 मंत्री की पदस्थ थे। अब सरकार बनने के 100 दिन पूरे होने पर मंत्रीमंडल का विस्तार किया गया। गुरुवार को भोपाल में संपन्न हुए शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही इंदौर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध भी किया। मंत्री मंडल में पहले से शामिल सांवेर के विधायक तुलसीराम सिलावट के बाद महू विधायक उषा ठाकुर को मौका मिला। लेकिन लम्बे समय से मंत्री बनने की राह देख रहे 3 बार के विधायक रमेश मैंदौला को इस बार भी अनदेखा किया गया। जबकि मैंदौला समर्थक उम्मीद कर रहे थे कि इस बार उन्हें जरूर मौका मिलेगा। मंत्री मंडल विस्तार के साथ ही इंदौर को एक बार फिर अनदेखा करने पर समर्थकों की नाराजी सीएम शिवराज सिंह चौहान से थी। इसके विरोध में एक मैंदौला समर्थक ने भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह का प्रयास किया।

इंदौर विधासभा 2 के विधायक और कद्दावर भाजपा नेता रमेश मैंदौला सर्वधिक मतों से जीतने वाले विधायक रहे हैं। उन्हें शहर में दादा दयालु के नाम से जाना जाता है और भोजन भंडारे के लिए वे पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध है। मंत्री मंडल में मैंदौला को स्थान मिलने की उम्मीद में अनेक समर्थक उत्साहित थे। एक दिन पूर्व तक मैंदौला को मंत्री बनने के लिए आमंत्रण नहीं मिला तो वैसे ही कार्यकर्ता मायूस थे। लेकिन गुरूवार को जैसे ही शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। मैंदौला के निवास पर जमा कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध प्रकट किया। वहीं कुछ ने अपने पदों से इस्तीफा देने की पेशकश की। वहीं एक समर्थक ने आत्मदाह का प्रयास किया। वहीं 3 बार अलग-अलग विधान सभा से जीतने वाली उषाठाकुर इंदौर जिले की पहली केबिनेट मंत्री बनीं। सुश्री ठाकुर इसके पहले इंदौर-1, इंदौर-3 से विधायक रही हैं और वर्तमान में महू से विधायक हैं।

मेंदोला को मंत्री नहीं बनाने पर आत्मदाह का प्रयास :

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गुरूवार को किए गए मंत्रिमंडल विस्तार में इंदौर जिले से दो मंत्री बने लेकिन दोनों ही शहर के विधायक नहीं हैं। उम्मीद की जा रही थी कि इंदौर विधासभा 2 के विधायक रमेश मेंदोला को इस बार मौका मिल सकता है लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। विधायक मेंदोला को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने से नाराज उनके समर्थक भोपाल में शपथ ग्रहण समारोह के बाद इंदौर में उनके निवास पर एक हो गए। सभी ने सीएम के खिलाफ रोष जताया। वही इसके विरोध में इंदौर भाजपा पार्टी कार्यालय के सामने एक कार्यकर्ता ने आत्मदाह करने का प्रयास किया। समर्थक का नाम सुमित हार्डिया बताया गया। उसे मौके पर मौजूद अन्य नेताओं ने रोक लिया। मेंदौला समर्थकों ने सोशल मीडिया पर भी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करने का विरोध किया और भारतीय जनता पार्टी को छोड़ने की भी बात कही।

तीन बार अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र से जीती ठाकुर :

सुश्री उषा ठाकुर 1994 में विधानसभा क्षेत्र 1 के वार्ड 5 से पार्षद बनीं। 2003 में विधानसभा क्षेत्र 1 से विधायक रामलाल यादव भल्लू को 28500 वोटों से हराया और पहली बार विधायक बनी। 2013 में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 3 में अश्विन जोशी को हराया। 2018 के विधानसभा चुनाव में महू में अंतर सिंह दरबार को हराया। सुश्री उषा ठाकुर छात्र राजनीति में न्यू जीडीसी कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष भी रही और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद सदस्य भी थी। भारतीय जनता पार्टी में संगठन स्तर पर 5 प्रदेश अध्यक्षों के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष रही हैं। उन्होनें प्रभात झा, नरेंद्रसिंहजी तोमर, नंदकुमारसिंह चौहान के भाजपा अध्यक्ष काल में संगठन में काम किया। वही राकेश सिंह के साथ और वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ भी पद पर हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मातृ संस्था राष्ट्र सेविका समिति की विभिन्न दायित्व पर उषा दीदी रही हैं।

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