Uma Bharti Statement
Uma Bharti Statement  RE
मध्य प्रदेश

उमा भारती को क्यों याद आया इकबाल का ये शेर- 'गुफ्तार का ये गाजी तो बना, किरदार का गाजी बन न सका'

Deeksha Nandini

हाइलाइट्स

  • निष्ठा एवं नैतिक मूल्यों की पुजारी रही है भाजपा।

  • उमा भारती ने भाजपा के उम्मीदवार सूची पर की टिप्पणी।

  • हमें जीतने की लालसा एवं पराजय के भय से मुक्त होना चाहिए।

  • मेरी पिछड़े वर्गों की महिलाओं के आरक्षण की मांग सबको सही लगेगी।

  • भाजपा उम्मीदवारों की सूची पर आश्चर्य एवं प्रसन्नता का मिला-जुला भाव है।

भोपाल, मध्यप्रदेश। 'गुफ्तार का ये गाजी तो बना, किरदार का गाजी बन न सका' हमने शायद जीतने की योग्यता को ही आधार माना है। हमारी पार्टी निष्ठा एवं नैतिक मूल्यों की पुजारी रही है। हमें जीतने की लालसा एवं पराजय के भय से मुक्त होना चाहिए और दिखना भी चाहिए। यह बात भाजपा वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कही है। उमा भारती ने इशारों-इशारों में भाजपा प्रत्यशियों की चौथी सूची पर भी टिप्पणी की है।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भाजपा की चौथी सूची पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, हमारी पार्टी भाजपा के उम्मीदवारों की चौथी सूची आ चुकी है। उम्मीदवारों की इस चारों सूची के बारे में मध्य प्रदेश के हमारे कार्यकर्ता और हमारे मतदाता से बात करके मेरी जो धारणा बनी है सभी को और मुझको आश्चर्य एवं प्रसन्नता का मिला-जुला भाव है। उससे मैंने दिल्ली एवं मध्यप्रदेश के सभी वरिष्ठ भाजपा नेतृत्व को अवगत करा दिया है।

भाजपा के उम्मीदवारों की अंतिम सूची पर उमा भारती ने कहा कि,अभी तो आखरी सूची के बाद हम इसका भी आंकलन कर लेंगे कि कितने पिछड़े वर्गों की महिलाओं को टिकट मिले, इससे मेरी पिछड़े वर्गों की महिलाओं के आरक्षण की मांग सबको सही लगेगी।

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