World Tourism Day 2023
World Tourism Day 2023 Priyanka Yadav-RE
मध्य प्रदेश

World Tourism Day 2023: पर्यटन दिवस पर सीएम शिवराज की लोगों से मध्यप्रदेश आने की अपील

Priyanka Yadav

हाइलाइट्स :

  • आज "विश्व पर्यटन दिवस" (World Tourism Day) है

  • 'विश्व पर्यटन दिवस’ पर सीएम सभी को दी शुभकामनाएं

  • सीएम ने लोगों से पर्यटन के लिए प्रदेश आने का अनुरोध किया

World Tourism Day 2023: हर साल 27 सितंबर को "विश्व पर्यटन दिवस" मनाया जाता है, इस खास अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने ‘विश्व पर्यटन दिवस’ (World Tourism Day) की सभी को शुभकामनाएं देते हुए लोगों से पर्यटन के लिए प्रदेश आने का अनुरोध किया है।

CM ने ट्वीट कर दी शुभकामनाएं :

विश्व पर्यटन दिवस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्वीट कर कहा कि “विश्व पर्यटन दिवस” की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। आध्यात्मिक ऊर्जा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश का दिल मध्‍यप्रदेश ऐतिहासिक स्थलों का गढ़ है।

विश्व प्रसिद्ध सांची, भीमबैठका, खजुराहो, बांधवगढ़ नेशनल पार्क, पचमढ़ी, ओरछा, मांडू, चित्रकूट, उज्‍जैन एवं भोपाल सहित मध्‍यप्रदेश के सभी पर्यटन स्थल आपको अप्रतिम आनंद की अनुभूति करायेंगे। आप भी मध्यप्रदेश पधारिये और पर्यटन का भरपूर आनंद लीजिये। मुझे विश्वास है कि आप यहाँ से सुखद एवं अविस्मरणीय यादें लेकर लौटेंगे।

विश्व पर्यटन दिवस को मनाने का उद्देश्य

विश्व पर्यटन दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनियाभर में पर्यटन की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्यों को बढ़ावा देना है, विश्व पर्यटन दिवस दुनिया भर के लोगों में आपसी समझ बढ़ाने में सहायता कर सकता है।

मध्य प्रदेश के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल

भोपाल- मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल एक सुन्दर शहर है। खजुराहो- खजुराहो नगर चंदेल शासको का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र था, जिसकी आधारशिला विख्यात राजा चंदवर्मा ने रखी। साँची- साँची बोद्ध धर्म के प्रमुख तीर्थ के तौर पर विख्यात है। मांडू- यह धार जिले में स्थित है, इसकी स्थापना बाज बहादुर ने की थी। ग्वालियर- ग्वालियर सिंधिया राजवंश की राजधानी थी, इस किले का निर्माण ईसा शताब्दी 525 में हुआ।

ओरछा- ओरछा की स्थापना सोलहवी शताब्दी में बुंदेला शासक रुद्रप्रताप ने की थी, बेतवा नदी के तट पर स्थित है। पचमढ़ी- पचमढ़ी को “सतपुड़ा की रानी” एवं “मध्यप्रदेश का कश्मीर” कहा जाता है। उज्जैन- प्राचीन ऐतिहासिक नगरी उज्जैयनी ही आज का उज्जैन है, इस नगरी को अतीत में उज्जयिनी, अवन्ती नामों से संबोधित किया जाता रहा है। भीम बेठिका- राजधानी से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर भीमबेठिका स्थित है, यह स्थल शैलचित्रों के लिए प्रसिद्ध है। ओंकारेश्वर- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित है। अमरकंटक- नर्मदा नदी का उदगम स्थल अमरकंटक मनोहारी पर्यटन धार्मिक स्थल है।

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