शहडोल, मध्य प्रदेश। जिले के बुढ़ार विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम सेमरा तथा आस-पास के दर्जन भर ग्रामों में बीते डेढ़ से दो दशक से अवैध खनिज के कारोबार का पर्याय बन चुके पाण्डेय बंधुओं के द्वारा गांव के युवक से कई महीनों तक अपने यहां मजदूरी कराई गई। 7 हजार रूपये मासिक वेतन पर नौकरी देने के बाद जब मेहनताना देने समय आया तो, रज्जन-सज्जन व अन्य भाईयों ने मिलकर ओमकार प्रजापति नामक युवक को घर में बांधकर पीटा। घटना के बाद पीड़ित जब थाने जाने के लिए दबंग के घर से छूटा तो, पुलिस खुद उसके दरवाजे पर खड़ी थी और महिला के साथ छेड़छाड़ के आरोप में युवक को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह है पीड़ित के आरोप :
ओमकार प्रजापति ने बताया कि बीते सप्ताह से पहले तक वह रज्जन व सज्जन पाण्डेय के यहां कई महीनों से काम कर रहा था, जब उसे रूपयों की जरूरत होती थी तो, 100-200 रूपये देकर बाद में हिसाब करने की बात कह टाल दिया जाता था। बीते सप्ताह उसने जब 7 हजार रूपये मासिक मेहनताने के हिसाब से कई महीनों की रूकी हुई राशि मांगी तो, पहले वह टालने लगे, जब मैंने मजबूरी बताई तो, वे बिफर पड़े और घर के अंदर ले जाकर एक कमरे में तीनों-चारों भाईयो ने जमकर मारपीट की और मुझे बांधकर घर के अंदर छोड़ दिया।
और दर्ज करा दी झूठी रिपोर्ट :
पीड़ित ने बताया कि तथाकथित पाण्डेय बंधुओं का गांव तथा आस-पास के दर्जन भर गांवों में खनिज का बड़ा कारोबार है, रिलायंस में भी इनकी ठेकेदारी चलती है, पुराने जमींदार हैं। भाईयों ने सिर्फ इस बात पर मुझे जानवरों की तरह पीटा, कि मैनें उनसे मेहनताना क्यों मांग लिया। पीड़ित ने बताया कि उसे और उसके परिवार को गालियां दी गई और नीच तथा अन्य अपशब्दों का उपयोग करते हुए खुद को क्षेत्र का महराज बताया। पीड़ित ने यह भी बताया कि थाने में उसके प्रभाव का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि मैं उनके घर में पड़ा था और मेरे खिलाफ पड़ोस की महिला के द्वारा छेडख़ानी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।
पीड़ित के शरीर पर जिंदा हैं जख्म :
पीड़ित ओमकार प्रजापति ने घटना के सप्ताह भर बाद अपने शरीर के जख्म दिखाते हुए कहा कि वह शिकायत लेकर बुढ़ार थाने भी गया था, लेकिन वहां बैठे एएसआई-एसआई आदि ने न तो मेरी बात सुनी और न ही मेरे शरीर के जख्मों को ही देखा। पीड़ित ने बताया कि वह पुलिस अधीक्षक के समक्ष उपस्थित होकर न्याय की गुहार लगायेगा, घटना के बाद से वह और उसका परिवार डरे और सहमें हुए हैं, पूरे क्षेत्र में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं जो पाण्डेय बंधुओं के खिलाफ आवाज उठा सके।
अवैध खनिज के कारोबार का इतिहास :
रज्जन और सज्जन पाण्डेय के नाम से सेमरा, लालपुर, हडहा, छादा, पकरिया, कटकोना सहित बुढ़ार कस्बे व आधा दर्जन अन्य ग्रामों में ये दोनों नाम डेढ़ से दो दशक से खनिज के अवैध कारोबार से जुड़े हुए हैं। ग्राम सेमरा से सटे गांवों से होकर निकलने वाली सोन नदी से रेत और पत्थर के अवैध उत्खनन में इनका नाम स्थापित हो चुका है, पूर्व में भी इनके खिलाफ खनिज विभाग द्वारा कार्यवाहियां की गई हैं। मूलत: सेमरा के निवासी कथित परिवार का रसूख किसी से छुपा नहीं है।
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