ममता बनर्जी ने की PM मोदी और DM की बैठक की निंदा
ममता बनर्जी ने की PM मोदी और DM की बैठक की निंदा Social Media
भारत

ममता बनर्जी ने की PM मोदी और DM की बैठक की निंदा, लगाए अपमान के आरोप

Author : Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। कोरोना वायरस के चलते सभी देशों के लिए साल 2020 काफी बुरा साबित हुआ था, लेकिन किसी को अंदाजा भी नहीं था यह साल 2021पिछले साल से भी ज्यादा बुरा साबित होने वाला है। वर्तमान में देश में कोरोना की दूसरी लहर जारी है। जबकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी संकेत सामने आने लगे हैं। इन सब के बीच भारत में ब्लैक और व्हाइट फंगस के मामले भी सामने आरहे हैं। इन सब को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन जिलों में कोरोना का स्तर चरम पर है उनके जिलाधिकारियों (DM) से कोरोना की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। इस दौरान ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाए।

ममता बनर्जी ने लगाए सरकार पर आरोप :

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने द्वारा किये ऐलान के मुताबिक, गुरुवार को कोरोना मैनेजमेंट को लेकर 10 राज्यों के जिलाधिकारियों (DM) से चर्चा की। इस बैठक मे कुल 54 जिलों के DM और राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। हालांकि, इस बैठक में पश्चिम बंगाल से सिर्फ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही शामिल हुई थी, वहां के DM शामिल नहीं हुए। इस दौरान किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री को बोलने का मौका नहीं दिया गया। जिस पर भड़क कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और केंद्र सरकार पर अपमान करने का आरोप लगाए।

ममता बनर्जी के आरोप :

बैठक में शामिल हुई ममता बनर्जी ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'बैठक के बाद कई राज्यों के मुख्यमंत्री अपमानित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने मीटिंग के लिए मुख्यमंत्रियों को बुलाया, लेकिन इस दौरान वह कुठपुतली की तरह बैठे रहे और किसी को भी बोलने का मौका नहीं मिला। संघीय ढांचे के लिए यह दुखद है कि, मुख्यमंत्री को आधिकारिक रूप से आमंत्रित किए जाने के बावजूद बोलने नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री इतने डरे हुए हैं कि, वह CM की बात ही नहीं सुनना चाह रहे हैं, फिर मुख्यमंत्रियों को क्यों बुलाया गया था? यह एक कैजुअल मीटिंग थी।'

वैक्सीन देने का आग्रह :

उन्होंने आगे कहा, 'कुछ BJP शासित राज्यों के DM को बोलने दिया गया, जो उनके पसंद के थे। यह एक कैजुअल मीटिंग थी और बैठक के दौरान कोरोना संकट, ब्लैक फंगस, मेडिसिन या वैक्सीन के बारे में बात नहीं हुई। मैंने सोचा था कि, मैं उनसे हमें कोरोना वैक्सीन देने का आग्रह करूंगी। जब पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामले बढ़े तो केंद्रीय टीम भेज दी गई, लेकिन उत्तर प्रदेश में गंगा में शव मिले हैं तो वहां क्यों नहीं टीम भेजी गई। देश इस वक्त बुरे दौर से गुजर रहा है, लेकिन पीएम कैजुअल अप्रोच अपना रहे हैं।'

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