नरेंद्र मोदी की कुंडली में छिपा है उनकी सफलता का राज
नरेंद्र मोदी की कुंडली में छिपा है उनकी सफलता का राज Syed Dabeer Hussain - RE
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नरेंद्र मोदी की कुंडली में छिपा है उनकी सफलता का राज, जानिए क्या कहती है उनकी कुंडली?

Priyank Vyas

राज एक्सप्रेस। आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 72 साल के हो चुके हैं। 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में एक सामान्य परिवार में जन्में नरेंद्र मोदी की गिनती आज दुनिया के लोकप्रिय नेताओं में की जाती है। नरेंद्र मोदी पिछले 8 साल से देश के प्रधानमंत्री के पद पर काबिज हैं, जबकि उससे पहले वह 14 सालों तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि नरेंद्र मोदी आज भारत के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। राजनीति में नरेंद्र मोदी की सफलता के पीछे कुछ लोग उनकी मेहनत तो कुछ लोग उनके विकास कार्य और वहीं कुछ लोग उनके भाषण देने की कला को महत्वपूर्ण मानते हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में यकीन करने वालों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफलता का राज उनकी कुंडली में छिपा हुआ है। इस बारे में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ज्योतिषी श्री देवेंद्र सिंह कुशवाह ने बताया कि नरेंद्र मोदी की कुंडली में कई ऐसी बातें हैं जो उन्हें दूसरों से अलग बनाती है। चलिए जानते हैं क्या कहते हैं ज्योतिषी?

चंद्र-मंगल योग :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है। लग्न व राशि के स्वामी मंगल है और मंगल के साथ नवम भाव के स्वामी चंद्रमा भी विराजित है। चंद्र-मंगल योग के चलते नरेंद्र मोदी को विरोधियों के खिलाफ विजय मिलती है। इस योग के चलते व्यक्ति की दिनचर्या भी अच्छी रहती है।

गजकेसरी योग :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली में गजकेसरी योग भी विद्यमान है। इस योग के कारण उनकी छवि एक साहसी निर्णय लेने वाली दिखाई देती है। साथ ही गजकेसरी योग वाले व्यक्ति की बुद्धि भी तेज होती है।

सूर्य-बुध योग :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनुशासित जीवन जीने वाले व्यक्तित्व के स्वामी है। इसके पीछे का कारण उनकी कुंडली में सूर्य और बुध का एक साथ विराजमान होना है। इस योग के चलते ही मोदी अपने कामों के जरिए लोकप्रियता प्राप्त करते हैं।

वरिष्ठ योग :

वरिष्ठ योग वाले व्यक्ति को यश, सुख, संपत्ति, उदारता और ज्ञान भरपूर मात्रा में मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली में भी वरिष्ठ योग छिपा हुआ है।

शुभ ग्रहों का प्रभाव :

इनके अलावा भी नरेंद्र मोदी की कुंडली में ऐसे कई योग बन रहे हैं, जो उन्हें सफलता के शिखर पर पहुँचाने में मदद करते है। उनकी कुंडली में केदार योग, अमर योग, शंख योग, वोशि योग, मूसल योग, रूचक योग, भेरी योग, नीच भंग योग और कालह योग हैं। इन सभी के प्रभावों के चलते ही नरेंद्र मोदी की छवि अन्य लोगों से अलग बनती है।

शनि का प्रभाव :

ज्योतिषी के अनुसार नरेंद्र मोदी के जीवन पर शनि का भी बहुत प्रभाव रहा है। इसके चलते ही नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे।

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