राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव में PM मोदी का संबोधन
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भारत

राजनीति से वंशवाद खत्म करने के लिए देश के युवाओं से PM मोदी ने की ये अपील

Author : Priyanka Sahu

दिल्ली, भारत। राष्ट्रीय युवा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आज दूसरे राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल मौजूद रहे।

PM ने दी राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं :

राष्ट्रीय युवा संसद महोत्‍सव में PM मोदी ने कहा- आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं। स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती का ये दिन हम सभी को नई प्रेरणा देता है। आज का ये दिन विशेष इसलिए भी हो गया है कि, इस बार युवा संसद देश की संसद के सेंट्रल हॉल में हो रही है। ये सेंट्रल हॉल हमारे संविधान के निर्माण का गवाह है।

स्वामी विवेकानंद ने दिया एक और अनमोल उपहार :

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ''स्वामी विवेकानंद ने एक और अनमोल उपहार दिया है। ये उपहार है, व्यक्तियों के निर्माण का, संस्थाओं के निर्माण का। इसकी चर्चा बहुत कम ही हो पाती है। लोग स्वामी जी के प्रभाव में आते हैं, संस्थानों का निर्माण करते हैं, फिर उन संस्थानों से ऐसे लोग निकलते हैं जो स्वामी जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए नए लोगों को जोड़ते चलते हैं।''

PM मोदी ने कहा- स्वामी जी कहते थे, पुराने धर्मों के मुताबिक नास्तिक वो है, जो ईश्वर में भरोसा नहीं करता। लेकिन नया धर्म कहता है, नास्तिक वो है जो खुद में भरोसा नहीं करता। ये स्वामी जी ही थे, जिन्होंने उस दौर में कहा था कि निडर, बेबाक, साफ दिल वाले, साहसी और आकांक्षी युवा ही वो नींव है जिस पर राष्ट्र के भविष्य का निर्माण होता है। वो युवाओं पर, युवा शक्ति पर इतना विश्वास करते थे।

हमारा युवा खुलकर अपनी प्रतिभा और अपने सपनों के अनुसार खुद को विकसित कर सके इसके लिए आज एक वातावरण और इकोसिस्टम तैयार किया जा रहा है। शिक्षा व्यवस्था हो, सामाजिक व्यवस्था हो या कानूनी बारीकियां, हर चीज में इन बातों को केंद्र में रखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

राजनीति पर PM मोदी ने बताया :

  • पहले देश में ये धारणा बन गई थी कि, अगर कोई युवक राजनीति की तरफ रुख करता था तो घर वाले कहते थे कि, बच्चा बिगड़ रहा है, क्योंकि राजनीति का मतलब ही बन गया था- झगड़ा, फसाद, लूट-खसोट, भ्रष्टाचार।

  • लोग कहते थे कि, सब कुछ बदल सकता है लेकिन सियासत नहीं बदल सकती, लेकिन आज राजनीति में ईमानदार लोगों को भी मौका मिल रहा है।

  • ईमानदारी और प्रदर्शन आज की राजनीति की पहली अनिवार्य शर्त होती जा रही है।

  • भ्रष्टाचार जिनकी विरासत थी, उनका भ्रष्टाचार ही आज उन पर बोझ बन गया है। वो लाख कोशिशों के बाद भी इससे उभर नहीं पा रहे हैं।

  • जो समाज संकटों में भी प्रगति के रास्ते बनाना सीख लेता है, वो समाज अपना भविष्य खुद लिखता है। इसलिए आज भारत और 130 करोड़ भारतवासी अपना उत्तम भविष्य खुद गढ़ रहे हैं।

  • द्वितीय राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'राजनीति से वंशवाद को खत्म करना है। आज के युवाओं से अपील है कि, ज्यादा से ज्यादा लोग राजनीति में आएं, ताकि वंशवाद खत्म हो।'

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