PM मोदी ने विभिन्न जिलों के DM के साथ की बातचीत
PM मोदी ने विभिन्न जिलों के DM के साथ की बातचीत  Social Media
भारत

PM मोदी ने विभिन्न जिलों के DM के साथ की बातचीत और अपने संबोधन में कहीं ये बातें

Priyanka Sahu

दिल्‍ली, भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को प्रमुख सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन पर विभिन्न जिलों के डीएम के साथ बातचीत की।

जीवन में लोग अपनी आकांक्षाओं के लिए दिन रात करते हैं परिश्रम :

डीएम के साथ बातचीत के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा- जीवन में लोग अपनी आकांक्षाओं के लिए दिन रात परिश्रम करते हैं और कुछ मात्रा में उन्हें पूरा भी करते हैं, लेकिन जब दूसरों की आकांक्षाएं अपनी बन जाएं, जब दूसरों के सपनों को पूरा करना अपनी सफलता का पैमाना बन जाए, तो फिर वो कर्तव्यपथ इतिहास रचता है।

PM मोदी ने बताया कि, ''एक तरफ बजट बढ़ता रहा, योजनाएं बनती रहीं, आंकड़ों में आर्थिक विकास भी होता रहा, लेकिन फिर भी आजादी के 75 साल बाद भी देश में कई जिले पीछे ही रह गए। समय के साथ इन जिलों के साथ पिछड़े जिलों का टैग लगा दिया गया। आज Aspirational Districts, देश के आगे बढ़ने के अवरोध को समाप्त कर रहे हैं। आप सबके प्रयासों से, Aspirational Districts, आज गतिरोधक के बजाय गतिवर्धक बन रहे हैं।''

जो जिले पहले कभी तेज प्रगति करने वाले माने जाते थे, आज कई पैमानों में ये आकांक्षी जिले भी अच्छा काम करके दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्रीगण भी मानते हैं कि, उनके राज्यों में आकांक्षी जिलों ने कमाल का काम किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

PM मोदी ने बताया- Aspirational Districts में विकास के लिए प्रशासन और जनता के बीच सीधा कनेक्ट, एक इमोशनल जुड़ाव बहुत जरूरी है। एक तरह से गवर्नेंस का ‘top to bottom’ और ‘bottom to top’ फ़्लो। इस अभियान का महत्वपूर्ण पहलू है - टेक्नोलॉजी और इनोवेशन।

  • आकांक्षी जिलों में जो काम हुआ है वो बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों के लिए अध्ययन का विषय है। पिछले 4 सालों में देश के लगभग हर आकांक्षी जिले में जन-धन खातों में 4 से 5 गुना की वृद्धि हुई है। लगभग हर परिवार को शौचालय मिला है, हर गाँव तक बिजली पहुंची है।

  • एक दूसरे का सहयोग करते हुए, एक दूसरे से Best Practices शेयर करते हुए, एक दूसरे से सीखते हुए, एक दूसरे को सिखाते हुए जो कार्यशैली विकसित होती है,वो Good governance की बहुत बड़ी पूंजी है।

  • आकांक्षी जिलों में जो लोग रहते हैं, उनमें आगे बढ़ने की तड़प होती है। इन लोगों ने अपने जीवन का अधिकतर समय अभावों में, मुश्किलों में गुजारा है। हर छोटी-छोटी चीजों के लिए उन्होंने परिश्रम किया है। इसलिए वो लोग साहस दिखाने के लिए, रिस्क उठाने के लिए तैयार होते हैं।

  • आकांक्षी जिलों में देश की पहली अप्रोच रही कि इन जिलों की मूलभूत समस्याओं को पहचानने पर खास काम किया गया। इसके लिए लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में सीधे पूछा गया, उनसे जुड़ा गया।

  • दूसरी अप्रोच रही कि आकांक्षी जिलों के अनुभवों के आधार पर हमने कार्यशैली में निरंतर सुधार किया। हमने काम का ऐसा तरीका तय किया जिसमें Measurable indicators का selection हो।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT