PM Modi laid foundation stone for New Parliament House
PM Modi laid foundation stone for New Parliament House  Kavita Singh Rathore -RE
भारत

दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी के किया नए संसद भवन का भूमिपूजन और रखी आधारशिला

Author : Kavita Singh Rathore

दिल्ली। आज यानी गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली के नये संसद भवन का शिलान्यास और भूमि पूजन करने पहुंचे। इस समारोह में कई दिग्गज राजनीतिक नेता और केंद्रीय मंत्री जैसे गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, बड़ी संख्या में सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित कई देशों के राजदूत पहुंचे। बता दें, नए संसद भवन पहुंच कर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास समारोह का शुभारम्भ रिबन काट कर किया।

कैसा है नया संसद भवन :

बता दें, नए संसद भवन निर्माण 971 करोड़ रुपए की लागत से 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसे चार मंजिला बनाया जाएगा और इसका निर्माण कार्य भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस यानी 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस संसद भवन में हर एक संसद सदस्य को पुनःनिर्मित श्रम शक्ति भवन में कार्यालय के लिए 40 वर्ग मीटर स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। खबरों की मानें तो, नया संसद भवन पहले से अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं के साथ तैयार किया जाएगा। इसमें सोलर सिस्टम से ऊर्जा बचत का भी इंतजाम होगा। इसके अलावा यह वर्तमान में बने हुए भवन के आकार से तीन गुना बड़ी बनाई जाएगी। वहीं, राज्यसभा का आकार भी बढ़ाया गया है। इस नए संसद भवन को पहले से से हटके बनाने के लिए इसका आकार त्रिभुज जैसा बनाया जाएगा।

कार्यक्रम की टाइम लाइन (PM) :

  • 1:33 मिनट पर शिलान्यास समारोह में सबसे पहले धर्मगुरुओं द्वारा 'सर्व धर्म प्रार्थन की। जिसमे हिन्दू सहित सिख, ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध, जैन एवं अन्य धर्मों के धर्मगुरु शामिल हुए।

  • 1:37 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूमि पूजन शुरू करते हुए नये संसद भवन की आधारशिला रखी।

बता दें, इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी तैयारियां पहले से की गई थी। हवन का भी पूरा इंतजाम किया गया है। साथ ही बहुत ही सुन्दर तरीके से साज सजावट की गई है।

सुप्रीम कोर्ट ने जताई नाराजगी :

बताते चलें, 7 दिसंबर को नए संसद भवन प्रोजेक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए मामले से जुड़ी दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई की थी। सुप्रीम कोर्ट सुनवाई में कहा था कि, 'सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत कोई कंस्ट्रक्शन, तोड़फोड़ या पेड़ काटने का काम तब तक नहीं होना चाहिए, जब तक कि पेंडिंग अर्जियों पर आखिरी फैसला न सुना दिया जाए।'

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT