Sipri Report 2020: किसके पास कितने परमाणु हथियार
Sipri Report 2020: किसके पास कितने परमाणु हथियार Priyanka Sahu -RE
भारत

Sipri Report 2020: कौन देश कितना ताकतवर- किसके पास कितने परमाणु हथियार

Author : Priyanka Sahu

Sipri Report 2020: दुनियाभर के तमाम देश परमाणु संपन्न की होड़ में लगा है। तो वहीं दूसरी और भारत के नेपाल और चीन के साथ संबंध कुछ ठीक नहीं है, दोनों देशोें की भारत के साथ तनातनी जैसे हालात पैदा हैं, इसी बीच स्वीडन के थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने (सिपरी रिपोर्ट 2020) जारी कर ये बताया है कि, सभी देशों के पास कितने परमाणु हथियार (न्यूक्लियर वॉरहेड्स) हैं।

किसके पास है कितने परमाणु हथियार :

सिपरी रिपोर्ट 2020 द्वारा सामने आई जानकारी के अनुसार, इसमें उन देशों का उल्‍लेख है, जिनके पास आधिकारिक तौर पर परमाणु हथियार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा वक्त में चीन और पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा परमाणु हथियार होने का दावा किया गया है और ये भी बताया कि भारत-चीन-पाकिस्‍तान के पास कितने-कितने परमाणु हथियार हैं, जो इस प्रकार हैं-

  1. चीन के पास परमाणु हथियारों की संख्‍या 320 बताई गई है।

  2. पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों की संख्‍या 160 बताई गई है।

  3. भारत के पास परमाणु हथियारों की संख्‍या 150 बताई गई है।

परमाणु हथियारों का 90% हिस्सा रूस-अमेरिका के पास :

इसके अलावा सिपरी रिपोर्ट 2020 के मुताबिक ये बात भी सामने आई है कि, ''दुनिया के कुल परमाणु हथियारों का 90% हिस्सा रूस और अमेरिका के पास है और ये दोनों ही देश पुराने हथियारों को खत्म कर रहे हैं। इसी के चलते पिछले साल एटमी हथियारों की संख्या में कमी देखी गई थी, क्‍योंकि इसका प्रमुख कारण ये ही था। परंतु इस दौरान चिंता का विषय ये भी है कि, पुराने की जगह यह दोनों देश नए एटमी हथियार भी बना रहे हैं।

सिपरी रिपोर्ट के मुताबिक, कुल मिलाकर इस वक्त इन देशों के पास 13 हजार 400 परमाणु हथियार (Nuclear Weapon) मौजूद हैं।

  • पहले पायदान पर रूस, इसके पास 6 हजार 375 एटमी हथियार हैं।

  • फिर सबसे निचले पायदान पर उत्तर कोरिया, इसके पास 30 से 40 एटमी हथियार हैं।

  • इसके बाद अमेरिका के पास 5 हजार 800 एटमी हथियार हैं।

  • फ्रांस के पास 290 एटमी हथियार हैं।

  • इजराइल के पास 90 एटमी हथियार हैं।

  • उत्तर कोरिया के पास 30 से 40 एटमी हथियार हैं।

2010 से 2019 के बीच हथियारों की खरीद-फरोख्त :

जारी की गई सिपरी की रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि, वर्ष 2010 से 2019 के बीच हथियारों की खरीद-फरोख्त 5.5 फीसदी बढ़ी। 2018 में सैन्य सुविधाओं पर करीब 1917 बिलियन डॉलर (145 लाख करोड़ रु.) खर्च हुए थे। यह 10 साल में सबसे ज्यादा खर्च है। उत्तर अफ्रीकी देशों ने 2019 के मुकाबले इस साल अपनी सैन्य सुविधाओं पर 67 फीसदी रकम ज्यादा खर्च की।

नई मिसाइलें तैयार कर रहा चीन :

रिपोर्ट आने के बाद ये खुलासा भी हुआ कि, ''चीन एटमी ताकत बढ़ाने में जुटा है और इसके लिए जमीन, हवा और समंदर से हमला करने वाली नई मिसाइलें तैयार कर रहा है। इतना ही नहीं, वो कुछ ऐसे फाइटर जेट्स भी तैयार कर रहा है जो एटमी हमला कर सकें। चीन पहले एटमी ताकत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं देता था, लेकिन कुछ साल से उसने परमाणु हथियारों और भविष्य की योजनाओं की कुछ जानकारी दुनिया को दी है।''

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