स्वास्थ्य मंत्री ने H3N2 वायरस के मामले को लेकर की बैठक
स्वास्थ्य मंत्री ने H3N2 वायरस के मामले को लेकर की बैठक Social Media
भारत

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए की बैठक

Sudha Choubey

H3N2: देश में H3N2 फ्लू से दो मौतें हो गई हैं, इनमें एक मौत हरियाणा और दूसरी मौत कर्नाटक में हुई है। कई राज्यों में कोरोना वायरस के साथ-साथ H3N2 फ्लू के मामलों में अचानक वृद्धि देखी जा रही है। इस खतरनाक वायरस से कर्नाटक और हरियाणा में अब तक एक-एक मौतें हो चुकी हैं। भारत में अब तक देश में इन्फ्लूएंजा H3N2 वायरस के कुल 90 केस दर्ज किए जा चुके हैं। इसी बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए बैठक की और इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी किया है।

बता दें कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए एक बैठक की। राज्यों को अलर्ट पर रहने और स्थिति की निगरानी के लिए एडवाइजरी जारी की गई। भारत सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ काम कर रही है और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को बढ़ा रही है।

वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेश में मौसमी इन्फ्लुएंजा की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। अब तक कर्नाटक और हरियाणा ने H3N2 इन्फ्लूएंजा से एक-एक मौत की पुष्टि की है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही यह बात:

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि, मौसमी इन्‍फ्लुएंजा की उपश्रेणी एच-3 एन-2 के कारण गम्‍भीर स्थिति और मृत्‍यु पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। मंत्रालय ने कहा है कि, अभी तक एच-3 एन-2 इन्‍फ्लुएंजा से कर्नाटक और हरियाणा में एक-एक व्‍यक्ति की मृत्‍यु की पुष्टि हुई है। बच्‍चे और गम्‍भीर बीमारियों से ग्रस्‍त बुजुर्ग लोगों को मौसमी इन्‍फ्लुएंजा से ज्‍यादा खतरा है। मंत्रालय ने कहा है कि, मार्च के अंत से मौसमी इन्‍फ्लुएंजा के मामलों में गिरावट आने की उम्‍मीद है। राज्‍य निगरानी अधिकारी जन स्‍वास्‍थ्‍य की स्थिति पर नजदीक से नजर रख रहे हैं।

मरीजों में दिख रहे ये लक्षण:

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि, जो मरीज इन्फ्लुएंजा-ए वायरस के H3N2 स्ट्रेन से संक्रमित हैं। उनमें 2-3 दिनों तक तेज बुखार बना रहता है। शरीर में दर्द, सिरदर्द, गले में जलन इसके अलावा मरीज में लगातार दो हफ्ते तक खांसी होती है। ये फ्लू के सामान्य लक्षणों में गिने जाते हैं। वहीं कुछ मरीजों में वायरल फीवर के साथ, सर्दी, खांसी और ब्रॉन्काइटिस जैसी फेफड़ों से जुड़ी गंभीर समस्याएं देखने को मिल रही हैं। वहीं, सीने में जकड़न और वायरल इंफेक्शन के मामले भी देखे जा रहे हैं।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT