केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
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भारत

गुजरात दंगों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया इंटरव्यू, कही यह बात

Sudha Choubey

राज एक्सप्रेस। देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज शनिवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में 2002 के गुजरात दंगे पर कई बड़े खुलासे किए हैं। इस दौरान अमित शाह ने तमाम पहलुओं पर खुलकर बात की।

अमित शाह ने कही यह बात:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि, "18-19 साल की लड़ाई, देश का इतना बड़ा नेता एक शब्द बोले बगैर सभी दुखों को भगवान शंकर के विषपान की तरह गले में उतारकर सहन करके लड़ता रहा और आज जब अंत में सत्य सोने की तरह बाहर आया है, चमकता हुआ बाहर आया है, तो आनंद ही होगा।"

अमित शाह ने कहा कि, "मैंने मोदी जी को नजदीक से इस दर्द को झेलते हुए देखा है, क्योंकि न्यायिक प्रक्रिया चल रही थी तो सब कुछ सत्य होने के बावजूद भी हम कुछ नहीं बोलेंगे.. बहुत मजबूत मन का आदमी ही ये स्टैंड ले सकता है।"

सुप्रीम कोर्ट ने सभी आरोपों को किया खारिज:

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, "सुप्रीम कोर्ट ने सभी आरोपों को खारिज किया है। आप कह सकतें हैं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने ये सिद्ध कर दिया है कि, सभी आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित थे। उन्होंने कहा कि, "8-19 साल की लड़ाई, देश का इतना बड़ा नेता एक शब्द बोले बगैर सभी दुखों को भगवान शंकर के विषपान की तरह गले में उतारकर सहन कर लड़ता रहा। मैंने मोदी जी को नजदीक से इस दर्द को झेलते हुए देखा है।"

गुजरात दंगे के मामले पर बोले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह:

गुजरात दंगे के मामले पर बात करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, "मोदी जी से भी पूछताछ हुई थी, लेकिन तब किसी ने धरना-प्रदर्शन नहीं किया था और हमने कानून को सहयोग दिया और मेरी भी गिरफ़्तारी हुई थी, लेकिन कोई भी धरना-प्रदर्शन नहीं हुआ था। जिन लोगों ने मोदी जी पर आरोप लगाए थे अगर उनकी अंतरात्मा है, तो उन्हें मोदी जी और बीजेपी नेता से माफी मांगनी चाहिए।"

गुजरात दंगों में सेना को नहीं बुलाने के सवाल पर बोले गृह मंत्री अमित शाह:

अमित शाह ने कहा कि, "जहां तक गुजरात सरकार का सवाल है, हमने कोई लेटलतीफी नहीं की, जिस दिन गुजरात बंद का एलान हुआ था उसी दिन हमने सेना को बुला लिया था। गुजरात सरकार ने एक दिन की भी देरी नहीं की थी और कोर्ट ने भी इसका प्रोत्साहन किया है, लेकिन दिल्ली में सेना का मुख्यालय है, जब इतने सारे सिख भाइयों को मार दिया गया, 3 दिन तक कुछ नहीं हुआ। कितनी SIT बनी? हमारी सरकार आने के बाद SIT बनी। ये लोग हम पर आरोप लगा रहे हैं?"

अपने इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा कि, "मोदी और भाजपा के खिलाफ करीब दो दशक से दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। अमित शाह ने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट के बयान से यह साबित होता है कि, गुजरात दंगे में सभी आरोप राजनीति से प्रेरित थे।"

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, "दंगे होने का मुख्य कारण गोधरा की ट्रेन को जला देना था। 16 दिन की बच्ची को उसकी मां की गोद में बैठे हुए जिंदा जलते हुए मैंने देखा है और मेरे हाथ से मैंने अंतिम संस्कार किया है।"

उन्होंने कहा कि, "कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि, ट्रेन में आग लगने के बाद की घटनाएं पूर्व नियोजित नहीं बल्कि स्वप्रेरित थी और तहलका द्वारा स्टिंग ऑपरेशन को भी खारिज कर दिया क्योंकि इसके आगे-पीछे का जब फुटेज आया तब पता चला कि ये स्टिंग राजनीतिक उद्देश्य से किया गया था।"

2002 के गुजरात दंगों पर बोले अमित शाह:

अमित शाह ने कहा कि, "मोदी जी ने उदाहरण पेश किया कि, कैसे संविधान का सम्मान किया जा सकता है। उनसे पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने धरना नहीं दिया और कार्यकर्ता उनके साथ एकजुटता के साथ खड़े नहीं हुए... अगर आरोप लगाने वालों में अंतरात्मा है, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।"

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