उत्तर प्रदेश, भारत। उत्तर प्रदेश के कानपुर में योगी सरकार ने कानपुर में लैब टेक्नीशियन संजीत यादव अपहरण के बाद हत्याकांड मामले पर राज्य की योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई की है।
11 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज :
कानपुर अपहरण-हत्या मामले में लापरवाही के आरोपों के चलते अब 7 और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है, हालांकि इससे पहले सीओ मनोज गुप्ता और एएसपी अपर्णा गुप्ता समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। वहीं थाना प्रभारी रणजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को भी सस्पेंड किया जा चुका है। इस मामले में अब तक कुल 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका और 5 आरोपी पकड़े जा चुके हैं।
बताया गया है कि, इस मामले को लेकर शासन ने कानपुर में तैनात आईपीएस अफसर अपर पुलिस अधीकक्षक दक्षिण कानपुर नगर अपर्णा गुप्ता, तत्कालीन सीओ मनोज गुप्ता, पूर्व एसओ थाना बर्रा रंजीत राय और चौकी इंचार्ज राजेश कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। अब इस केस में एडीजी बीपी जोगदंड को जांच सौंपी गई है और यह पता किया जाएगा कि, पीड़ित परिवार ने फिरौती दी थी या नहीं। कानपुर अपहरण कांड में लैब टेक्निशन की मौत के बाद पुलिस ने कई खुलासे किए। पुलिस ने बताया कि, संजीत की हत्या की साजिश रचने वाला उसका दोस्त ही था जो उसके साथ लैब में काम करता था।
क्या है ये मामला :
बता दें कि, यूपी के कानपुर के बर्रा में लैब टेक्नीशियन संजीत यादव (28) का 22 जून को अपहरण किया और चार दिन तक बेहोशी के इंजेक्शन देकर उसे बंधक बनाए रखा, अपहरणकर्ताओं ने पुलिस के सामने लाखाें की फिरौती भी वसूली और फिर युवक की हत्या कर उसके शव को पांडु नदी में फेंक दी थी। अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।
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