कल से शुरु होगा श्रीराम मंत्र महायज्ञ, आ सकते हैं योगी और शिवराज
कल से शुरु होगा श्रीराम मंत्र महायज्ञ, आ सकते हैं योगी और शिवराज Social Media
उत्तर प्रदेश

अयोध्या : कल से शुरु होगा श्रीराम मंत्र महायज्ञ, आ सकते हैं योगी और शिवराज

News Agency

अयोध्या। उत्तर प्रदेश में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या में बुधवार से श्रीराममंत्र महायज्ञ का शुभारंभ हो रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हो सकते हैं। कार्यक्रम के आयोजक एवं श्रीरामहर्षण मैथिल सांख्यपीठ धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट चारूशीला मंदिर के महंत जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी वल्लभाचार्य महाराज ने बताया कि कल से अयोध्या धाम में श्रीराममंत्र महायज्ञ का शुभारंभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस महायज्ञ में 1 करोड़ 30 लाख आहुतियां होंगी। साथ ही 501 जापको द्वारा 13 करोड़ षड़ाक्षर श्रीराम मंत्र का जप किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि अनन्त विभूषित गौरांग महाप्रभु प्रेमावतार गुरुदेव सरकार रामहर्षण देवाचार्य महराज द्वारा संपन्न श्रीमंत्रराज अनुष्ठान के रजत जयंती समारोह पर यह आयोजन 5 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में 11, 12, 13 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय विराट संत सम्मेलन है, जिसमें देश के सभी संप्रदाय के धर्माचार्य सम्मिलित होंगे। इसके अलावा सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं।

उन्होंने बताया कि श्रीराममंत्र महायज्ञ की तैयारी पूरी कर ली गई है। कल से शुरू हो रही कलश यात्रा में लाखों श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। कलश यात्रा गाजे-बाजे के साथ अयोध्या के प्रमुख मार्गों से निकाली जाएगी। जो सरयू तट पर पूजन-अर्चन के बाद श्रीरामहर्षण मैथिल सख्यपीठ धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट चारुशिला मंदिर महायज्ञ समारोह स्थल जानकी घाट पर समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि महायज्ञ में 501 साधक 13 करोड़ राम मंत्र का जप और आठ सौ क्विंटल हवन सामग्री से आहुतियां दी जायेंगी। रामवल्लभाकुंज के परिसर में अनुष्ठान के अनुरूप 121 वर्ग फीट में 11 मंजिला मंडप में बने यज्ञ कुंड में डाली जाएंगी। जो बनकर तैयार हो गया है। उन्होंने बताया कि महानुष्ठान के दौरान शीर्ष कथाव्यास राजेंद्र देवाचार्य रामकथा पर केंद्रित प्रवचन की अविरल गंगा जानकी घाट बड़ा स्थान के परिसर में बहेगी। साथ ही रामचरितमानस, भागवत पुराण, वाल्मीकि रामायण, प्रेम रामायण आदि पवित्र ग्रंथों का पारायण भी होगा। जगतगुरु वल्लभाचार्य जी महाराज ने बताया कि कलश यात्रा समारोह स्थल चारुशिला मंदिर से प्रारंभ होगी। जो पुन: कार्यक्रम स्थल पर जिसमें कलश यात्रा में 11 सौ कलशधारी महिलाएं, भागवत पुराण सिर पर लिए 501 श्रद्धालु, 15 रथ पर आरूढ़ होंगे।

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