पौधरोपण अभियान से जैव विविधता को मिली मजबूती
पौधरोपण अभियान से जैव विविधता को मिली मजबूती Priyanka Sahu -RE
उत्तर प्रदेश

योगी सरकार की 6 वर्षों की मेहनत लाई रंग- पौधरोपण अभियान से जैव विविधता को मिली मजबूती

Priyanka Sahu

हाइलाइट्स :

  • योगी सरकार के पिछले 6 साल के पौधरोपण महाअभियान के सुखद परिणाम

  • पौधरोपण के महाअभियान से यूपी की जैव विविधता

  • प्रदेश में वन्य जीवों-बाघ, हाथी, सारस और गिद्धों की संख्या में वृद्धि

उत्‍तर प्रदेश, भारत। अपने प्रदेश या कहे राज्‍य को हरा भरा रखने के लिए पौधरोपण को लेकर अभियान चल रहा है, इसी कड़ी में उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार की ओर से भी अपने प्रदेश को हरा भरा बनाने, पर्यावरण संतुलन स्थापित करने, जन-जन में पौधरोपण के संस्कार विकसित करने के साथ-साथ बच्चों को प्रकृति की व्यावहारिक शिक्षा देने तथा कृषकों की आय में वृद्धि के लिए पिछले 6 साल से पौधरोपण को महाअभियान की तरह चलाया जा रहा है, जिसके सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं।

प्रदेश में अब तक इतने पौधे हुए रोपित :

यूपी में पौधरोपण के महाअभियान के तहत अब तक विभिन्न विभागों व व्यापक जन सहभागिता से अब तक 135 करोड़ पौधे प्रदेश में रोपित किए जा चुके हैं। अगर इस वर्ष की बात करें तो इस साल वर्षाकाल के दौरान 35 करोड़ पौध रोपित हुए हैं। प्रदेश की जैव विविधता को मजबूत आधार देने के लिए पौधरोपण अभियान किसी वरदान से कम साबित नहीं हुआ है। साथ ही प्रदेश में हरित क्षेत्रफल में वृद्धि दर्ज की गई है।

प्रदेश में वन्य जीवों की संख्या में वृद्धि :

इतना ही नहीं वृक्षों के समुचित संरक्षण के फलस्वरूप वन्य जीवों की संख्या भी वृद्धि हुई है, विगत पांच वर्षों में प्रदेश में बाघ, हाथी, सारस और गिद्धों की संख्या में इजाफा देखा गया, जो इस प्रकार है-

  • राष्ट्रीय पशु बाघ की संख्या विगत 5 साल में 118 से बढ़कर 173 हुई।

  • हाथियों की संख्या भी 265 से बढ़कर 352 हुई।

  • राज्य पक्षी सारस की संख्या 13,670 से बढ़कर 17,586 हुई।

  • पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वर्ष 2018 में टाइगरों की संख्या 25 थी, जो बढ़कर 65 हुई।

  • स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट-2021 के अनुसार, उत्तर प्रदेश में वनावरण तथा वृक्षावरण में 794 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में टाइगरों की संख्या होने पर बाघ संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं यूएनडीपी, आईयूसीएन, जीटीएफ, डब्ल्यू डब्ल्यू ई, कैट दि लॉन्स शेयर की संयुक्त सहभागिता से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को टीएक्स टू का प्रथम ग्लोबल अवार्ड भी मिल चुका है।

बता दें कि, यूपी की योगी सरकार ने सत्ता संभालने के बाद से जैव विविधता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पौधरोपण अभियान को शासन की प्राथमिकता में ला दिया है। पौधरोपण के महाअभियान के तहत ही नये-नये प्राणी उद्यानों के जरिए जीवों के संरक्षण के लिए योगी सरकार पूरी संजीदगी के साथ काम कर रही है। फिर चाहे पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रथम प्राणि उद्यान 'शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान' का शुभारम्भ हो या कैम्पियरगंज रेंज के अन्तर्गत स्थापित 'रेड हेडेड गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केन्द्र', CM योगी के प्रयासों का ही नतीजा है कि, लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर 'वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एक्यूरियम (वाजा) की सदस्यता मिल चुकी है। वनीकरण में वृद्धि होने के कारण मानव और वन्य जीव संघर्षों में भी बीते 6 साल में कमी आई है।

  • मानव वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित करने वाला देश का पहला राज्य उत्तर प्रदेश है।

  • प्रदेश 10 वेटलैण्डस के साथ देश का सर्वाधिक रामसर साइट घोषित राज्य भी बन चुका है।

  • भारत की आजादी के 'अमृत महोत्सव' के अवसर पर प्रदेश में 'अमृत वन' की स्थापना के साथ ही नगर वन, खाद्य वन, शक्ति वन तथा बाल एवं युवा वन की स्थापना भी की गयी है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT