हाइलाइट्स :
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या।
बदमाश मिठाई के डिब्बे में लाए थे चाकू और तमंचा।
घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार।
CM योगी बोले-आरोपियों को नहीं छोड़ेंगे।
हत्याकांड का मास्टरमाइंड सूरत का रशीद पठान।
एसआईटी को सौंपी इस हत्या मामले की जांच।
राज एक्सप्रेस। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खुर्शीद बाग स्थित हिंदू समाज पार्टी कार्यालय में आए बदमाश ने नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या (Kamlesh Tiwari Murder) कर दी। गंभीर रूप से जख्मी कमलेश तिवारी को तुरंत ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी को मृत घोषित कर दिया।
चाय पीने आया था बदमाश :
बताया जा रहा है कि, हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी का उनके घर में ही ऑफिस बना है। इस दौरान 2 बदमाश भगवा रंग के कपड़े पहनकर कमलेश से मुलाकात के बहाने आए और उनके साथ चाय भी पी।
प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक, यह बदमाश अपने साथ एक मिठाई के डिब्बे में चाकू और तमंचा भी रखकर लाया हुआ था। इसके बाद उनका गला रेतकर व इस घटना को अंजाम देकर बदमाश वहां से तुरंत फरार हो गया, हालांकि नेता जी की हत्या करने वाला कौन था और क्यों कि, अभी इसका पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस मामले ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम सेल फोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपी की तलाश में जुट गई है। घटनास्थल पर बदमाश द्वारा लाए गए तमंचा-कारतूस भी मिले हैं।
हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा :
वहीं कमलेश तिवारी की हत्या होने के बाद समर्थक हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं, साथ ही इलाके की दुकानों को भी बंद कराया जा रहा है।
कमलेश तिवारी के गले पर गहरी चोट :
लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी के गले पर गहरी चोट आई थी, माना जा रहा है कि, हमलावरों ने गोली के साथ-साथ उनके गले पर तेजधार हथियार से हमला किया है। कमलेश तिवारी का शव देर रात लखनऊ से महमूदाबाद स्थित राम जानकी मंदिर लाया गया, जहां शनिवार सुबह रामपुर मथुरा रोड स्थित राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की बाग में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं कमलेश तिवारी की मां और पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है।
कमलेश तिवारी की हत्या के बाद बवाल बढ़ता ही जा रहा है, अब परिजनों की ये मांग है कि, उनके परिवार के दो सदस्यों को नौकरी दी जाए।
CCTV में मिले सुराग :
वहीं घटनास्थल के नजदीक मिले रात में एक CCTV फुटेज सामने आया, जिसमें 2 पुरूष और एक महिला दिख रहे हैं। दोनों हत्यारे बतियाते हुए आराम से पैदल चल रहे हैं, एक के हाथ में मिठाई वाला पैकेट था। वहीं फुटेज में इन दो बदमाशों के अलावा एक महिला भी उनके पीछे आ रही थी, जो लाल रंग का कुर्ता व सफेद टुपट्टा ओढ़ी हुई थी और भगवा रंग का कुर्ता पहना बदमाश उससे पीछे मुड़कर बात भी कर रहा था, हालांकि पुलिस अब इस महिला का भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर यह कौन थी। बता दें कि, इससे पहले महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान शिवसेना सांसद ओमराजे निंबालकर पर चाकू से हमला कर हमलावर फरार हो गया था।
ऐसा लग रहा है कि, आपसी रंजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया हैं।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी
कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और कई थानों की पुलिस पड़ताल में जुटी, तो उसकी तफ्तीश पल-पल में बदलती भी रही। कमलेश तिवारी के हत्या मामले में गुजरात ATS ने देर रात सूरत से 3 लोगों को हिरासत में लिया और अहमदाबाद लेकर आई है, इनसे पूछताछ की जा रही है।
कमलेश तिवारी की हत्या को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों के नाम का खुलासा हो गया है, एक का नाम फरीदुद्दीन पठान उर्फ मुईनुद्दीन शेख और दूसरे का नाम अशफाक शेख है। सूरत से पकड़ाये इन तीन लोगों के नाम- मौलाना मोहसिन शेख सलीम (24), फैजान पठान (30) और रशीद अहमद खुर्शीद अहमद पठान (23) हैं।
कमलेश तिवारी की हत्या मामले का पर्दाफाश हुआ है, इस हत्या को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने सूरत से ही मिठाई और चाकू खरीदे थे और फिर यूपी गए थे, लेकिन इस हत्या की पूरी साजिश सूरत में रची गई थी। लखनऊ के सनसनीखेज हत्याकांड मामले का यूपी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है।
इस वारदात में शामिल संदिग्धों से प्रारंभिक पूछताछ से पता चला कि, हत्या की साजिश के पीछे मुख्य वजह कमलेश तिवारी का वर्ष 2015 में दिया गया भड़काऊ भाषण था।डीजीपी ओपी सिंह, उत्तर प्रदेश
''सूचनाएं और सुराग मिलने के बाद छोटी-छोटी टीमों को गठित किया गया, हमारी टीम ने छानबीन में पाया कि, घटना के तार गुजरात से जुड़े हुए हैं। मिठाई के डिब्बे से जो सुराग मिले उसके बाद मैंने स्वयं गुजरात के डीजीपी से बात की और महत्वपूर्ण सूचनाओं को हासिल करना शुरू किया।''
वहीं गुजरात ATS के डीआईजी हिमांशु शुक्ला द्वारा बताया गया है कि, कमलेश तिवारी हत्याकांड में गुजरात में पकड़े गए 3 आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ये पता चला कि, सूरत का रशीद पठान ही मास्टरमाइंड हैं, इसी ने पहले प्लान बनाया था। रशीद पठान कंप्यूटर का जानकार है और टेलर का काम करता है।वहीं ओपी सिंह ने ये भी बताया कि, इस मामले में 2 और लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन प्राथमिक पूछताछ के बाद इन्हें छोड़ दिया गया, लेकिन इन पर अफसरों की नजरें हैं और जरूरत पड़ने पर इनसे फिर से पूछताछ की जाएगी।
कमलेश तिवारी के परिवार वालों का कहना है- ''वे तब तक उनके शरीर का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें दर्शन नहीं देते। वहीं पत्नी कहती है, "मैं आत्मदाह करूँगी।"
CM योगी नहीं आते तब तक नहीं होगा अंतिम संस्कार :
कमलेश तिवारी की मां कुसमा तिवारी ने कहा बेटे के शव को जबरदस्ती महमूदाबाद भेजा गया, जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं आएंगे तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे।
वहीं चुनावी दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमलेश तिवारी हत्या मामले को लेकर सख्त तेवर दिखाते हुए इस मामले में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी ओपी सिंह से तत्काल विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
कमलेश तिवारी आईएसआईएस आतंकियों के निशाने पर थे और आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) पर ही हत्या का शक है।
महमूदाबाद में कमलेश तिवारी का अंतिम संस्कार किया जाना है, इस बीच कमिश्नर मुकेश मेश्राम और आईजी एसके भगत यहां पहुंच चुके गए हैं, लेकिन कमलेश तिवारी के परिजन CM योगी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए हैं, वह अंतिम संस्कार नहीं कर रहे हैं।
कमलेश तिवारी की हत्या पर समाजवादी पार्टी (SP) ने लखनऊ में CM योगी आदित्यनाथ से जवाब मांगा है, सपा ने ट्वीट में ये भी लिखा- "सिपाही आपका, SO आपका, CO आपका, SP आपका, SSP आपका, DIG आपका, IG आपका, DGP आपका, फिर भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े कमलेश तिवारी की हत्या, मुख्यमंत्री जवाब दें।"
हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी का परिवार उनके अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए हैं। वहीं CM योगी कमलेश तिवारी के परिवार वालों से कल मुलाकात करेंगे।
इस तरह की घटनाएं अस्वीकार्य हैं, इसमें शामिल आरोपियों को छोड़ा नहीं जाएगा। अगर कमलेश तिवारी का परिवार मिलना चाहेगा, तो उनसे मिलूंगा। मैं सभी से मिलता हूं और मुझे कोई दिक्कत नहीं। एसआईटी को इस मामले की जांच सौंपी गई है एवं मैं भी इस केस के बारे में पूरा अपडेट लूंगा, क्योंकि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।CM योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश
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