प्रतीकात्मक तस्वीर।
प्रतीकात्मक तस्वीर। Social Media
पश्चिम बंगाल

Durga Puja: बंगाल सरकार ने बताया अब कैसे होबे सिंदूर खेला, दूसरे साल भी रहेगी सख्ती

Author : Neelesh Singh Thakur

हाइलाइट्स –

  • Durga Puja पर कोरोना का ग्रहण

  • बंगाल सरकार की गाइड लाइन जारी

  • सिंदूर खेला के लिए दिए अहम निर्देश

राज एक्सप्रेस (Raj Express)। पश्चिम बंगाल सरकार ने दुर्गा पूजा (Durga Puja) के दौरान कोविड -19 महामारी के प्रसार से ऐहतियातन बचाव के लिए बाजारों एवं पांडालों के आस-पास सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाए हैं।

लगातार दूसरा साल प्रभावित -

पश्चिम बंगाल राज्य सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड -19/Covid-19) महामारी के कारण लगातार दूसरे साल वार्षिक दुर्गा पूजा (Durga Puja) महोत्सव को प्रतिबंधों के तहत आयोजित करने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई (PTI) ने मंगलवार को इस बात की जानकारी दी।

भव्य पूजा महोत्सव में मूर्ति विसर्जन से पहले शहर के शीर्ष पूजा पंडाल में झांकी और प्रदर्शनी आदि कार्यक्रम शामिल हैं। यह फैसला दुर्गा पूजा की शुरुआत के कुछ ही दिन पहले आया है।

छह दिन की गाइड लाइन -

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने कोविड -19 दिशा निर्देशों संबंधी सेट जारी किया है।

इन गाइड लाइन्स का सभी दुर्गा पूजा (Durga Puja) समितियों को छह दिवसीय उत्सव के दौरान भीड़ जमा होने से बचने के लिए अनिवार्य पालन करना होगा।

राज्य सरकार ने कोरोना वायरस संकट से बचने शामियानों के पास सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन पर भी प्रतिबंध लगाया है।

तीन दिन मेट्रो का समय बदला-

समाचार एजेंसी एएनआई आधारित रिपोर्ट के अनुसार इस बीच, कोलकाता मेट्रो ने दुर्गा पूजा (Durga Puja) उत्सव के तीन दिनों के लिए ट्रेन संचालन के समय में भी बदलाव किया है।

यह तीन दिन 12, 13 और 14 अक्टूबर रहेंगे। कोलकाता मेट्रो का हवाला देते हुए एएनआई ने बताया कि पहली ट्रेनें सुबह 10 बजे टर्मिनल स्टेशनों से और आखिरी ट्रेनें 11 बजे रवाना होती हैं।

हाईकोर्ट का रुख सख्त -

कोलकाता उच्च न्यायालय ने इस साल भी पूजा पंडालों में आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।

इतनी ढील -

राज्य सरकार ने पूजा के दिनों में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच आवाजाही की अनुमति देकर रात्रि कर्फ्यू में ढील देने की घोषणा की है। हालांकि, कोविड-19 से संबंधित अन्य मौजूदा प्रतिबंधों को 30 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया है।

केंद्र के दिशा निर्देश -

केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आगामी त्योहारी सीजन के दौरान कोविड -19 दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने कहा है। केंद्र के निर्देश हैं कि वायरस प्रसार रोकने के लिए बिना किसी ढिलाई के नियमों को लागू किया जाए।

कोरोना अब तक -

राज्य सरकार के बुलेटिन आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में मंगलवार को कोविड -19 संबंधी 619 नए मामले दर्ज किए गए। इससे राज्य की कोरोना ग्रसित मरीज संबंधी संचयी संख्या 15,72,460 हो गई है।

एक दिन में दर्ज किए गए मामलों के मामले में कोलकाता में 126, नॉर्थ 24 परगना में 115 और साउथ 24 परगना में 59 लोग रजिस्टर्ड हुए।

इतने ठीक -

हेल्थ बुलेटिन के आंकड़ों के मुताबिक 637 नए लोग ठीक हुए, इससे स्वस्थ हो जाने वाले रोगियों की कुल संख्या 15,46,037 हो गई है। साथ ही 11 नए मृतकों को मिलाकर पश्चिम बंगाल में मृतकों की संख्या 18,848 है।

कोविड गाइड लाइन एक नजर -

पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा जारी किए गए कोविड -19 दिशा निर्देश कुछ इस तरह हैं -

  • पूजा समितियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी पंडाल सभी तरफ खुले रहें, जिससे लोगों के पंडाल लगाने और परिसर में मूर्ति दर्शन के लिए आने पर सामाजिक दूरी की व्यवस्था करने पर्याप्त जगह मिल सके।

  • सभी पंडालों में प्रवेश और निकास द्वार अलग-अलग होने चाहिए। लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए फ्लोर मार्किंग और अन्य सांकेतिक चिह्न भी होने चाहिए।

  • बंगाल सरकार ने पूजा समितियों से कहा है कि वे आयोजन स्थल के अंदर भीड़ से बचने के लिए लोगों को पंडाल के बजाय घरों से फूलों के साथ अंजलि (प्रार्थना) करने के लिए प्रोत्साहित करें।

  • पूजा समितियों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि प्रसाद का वितरण, और सिंदूर खेला (sindoor khela) (दुर्गा पूजा उत्सव के अंतिम दिन चेहरे पर सिंदूर लगाने संबंधी उत्सव) को छोटे समूहों में सांकेतिक तरीके से आयोजित किया जाए।

  • राज्य सरकार के आदेश में पंडालों के उद्घाटन, पुरस्कार वितरण कार्यक्रमों और अन्य समारोहों को साधारण तरीके से आयोजित करने पर जोर दिया गया है। समाचार एजेंसी के अनुसार, पंडालों के कार्यक्रम जज करने के लिए आभासी व्यवस्था करने के निर्देश हैं।

  • सरकार के आदेश में पूजा आयोजकों को शुक्रवार को होने वाली तृतीया से मूर्ति दर्शन की सुविधा के लिए अग्रिम व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है.

डिस्क्लेमर आर्टिकल एजेंसी की रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।

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