क्या है 'अग्निपथ स्कीम'? भारतीय सेना में क्यों हुई इसकी शुरुआत?
क्या है 'अग्निपथ स्कीम'? भारतीय सेना में क्यों हुई इसकी शुरुआत? Social Media
भारत

क्या है 'अग्निपथ स्कीम'? भारतीय सेना में क्यों हुई इसकी शुरुआत?

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ी संख्या में युवाओं को सेना में भर्ती करने के लिए 14 जून को अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस योजना के जरिए सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। आइए जानते हैं कि यह योजना क्या है? और इसे क्यों लाया गया है?

अग्निपथ भर्ती योजना क्या है?

इस योजना के तहत युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा। चार साल पूरे होने के बाद इनमें से 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी कैडर में भर्ती किया जाएगा, जबकि बाकि 75 फीसदी अग्निवीर रिटायर हो जाएंगे।

कौन कर सकता है आवेदन?

17.5 साल से 21 साल तक के ऐसे युवा जो 10वीं और 12वीं पास कर चुके हैं, वह इस योजना के जरिए सेना में भर्ती होने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

क्या सुविधाएं मिलेगी?

चार साल की सेवा के दौरान अग्निवीरों को 4.76 लाख से लेकर 6.92 लाख रुपए तक सालाना वेतन, भत्ता, मेडल और अवार्ड दिए जाएंगे। इसके अलावा अगर कोई अग्निवीर सेवा के दौरान दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रूपए और बची हुई नौकरी का वेतन दिया जाएगा। वहीं अगर अग्निवीर शहीद हो जाता है तो उसके परिवार को सेवा निधि समेत एक करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी।

रिटायरमेंट के बाद क्या होगा?

रिटायरमेंट की बाद अग्निवीरों को 11-12 लाख रूपए सेवा निधि के रूप में दिए जाएंगे। साथ ही इन युवाओं को दूसरी जगह नौकरी दिलवाने में भी सेना मदद करेगी। मंत्रालयों, कॉर्पोरेशन में भर्ती के दौरान उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।

क्यों हुई शुरुआत?

दरअसल रक्षा बजट का करीब 25 फीसदी हिस्सा सिर्फ पेंशन देने में खर्च हो जाता है। इस योजना से पेंशन का खर्च बचेगा। इन पैसों को नए हथियार खरीदने या अन्य विकास कार्यों पर लगाया जाएगा।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT