नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर छिड़ा राजनीतिक घमासान
नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर छिड़ा राजनीतिक घमासान Raj Express
भारत

जानिए क्या है नेहरू मेमोरियल का इतिहास, जिसका नाम बदलने को लेकर छिड़ा राजनीतिक घमासान

Priyank Vyas

हाइलाइट्स :

  • केंद्र सरकार ने ‘नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी’ का नाम बदल दिया है।

  • यह परिसर 'प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी' के नाम से जाना जाएगा।

  • नेहरू मेमोरियल का नाम बदलते ही देश में सियासत भी तेज हो गई है।

राज एक्सप्रेस। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित ‘नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी’ का नाम बदल दिया है। अब से यह परिसर 'प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी' के नाम से जाना जाएगा। नेहरू मेमोरियल का नाम बदलते ही देश में सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए इसे नेहरु की विरासत को खत्म करने की कोशिश बताया। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि, ‘नेहरु जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।’

क्या है पीएम संग्रहालय?

प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी यानी पीएमएमएल असल में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन आता है। यह दिल्ली के तीन मूर्ति मार्ग पर स्थिति है। यहां पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के समय की सरकारों और नीतियों से जुड़ी किताबें रखी हुई है। देश के कई पत्रकार और लेखक इन किताबों को पढ़ने के लिए आते हैं। यहां आए दिन व्याख्यान और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।

क्या है इसका इतिहास?

दरअसल किसी समय यह परिसर भारत के कमांडर इन चीफ का आधिकारिक आवास हुआ करता था। देश की आजादी के बाद साल 1948 में यह देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास बन गया। नेहरु मरते दम तक इसी आवास में रहे। नेहरु के निधन के बाद यह आवास उन्हें ही समर्पित कर दिया गया। साल 1964 में जवाहरलाल नेहरू की 75वीं जयंती पर देश के राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने इसे देश को समर्पित करते हुए नेहरू स्मारक संग्रहालय का उद्घाटन किया था। इसके बाद से ही इसे ‘नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी’ के नाम से जाना जाता था।

प्रधानमंत्री मोदी हैं अध्यक्ष?

बता दें कि प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसके उपाध्यक्ष हैं। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, मुरली धरण, जी किशन रेड्डी, अनुराग ठाकुर सहित 29 लोग इस सोसाइटी के सदस्य हैं।

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