राष्ट्रीय पर्यटन दिवस
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस Syed Dabeer Hussain - RE
भारत

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय पर्यटन दिवस? जानिए क्या है इस दिन का इतिहास?

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। भारत देश दुनियाभर में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। यही वजह है कि हर साल यहाँ बड़ी तादाद में अलग-अलग देशों से लोग घूमने भी आते हैं। यहाँ हर राज्य की अपनी खासियत और खूबसूरती है, यहाँ के प्राकृतिक नज़ारे सभी को अपनी ओर अकर्षित करते हैं। भारतीय पर्यटन को दुनियाभर में बढ़ावा देने और यहाँ के स्थलों का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से भारत देश की खूबसूरती एवं संस्कृति का प्रचार किया जाता है। तो चलिए जानते हैं राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के बारे में खास बातें।

कब हुई राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की शुरुआत?

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की शुरुआत साल 1948 में हुई थी। भारत देश को अंग्रेजों से आजादी मिलने के पश्चात् देश में पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए एक पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया था। इसके बाद साल 1951 के दौरान चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों में बढ़ोतरी देखने को मिली थी। मालूम हो कि 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस भी मनाया जाता है।

क्या है इस दिन का महत्व और उद्देश्य?

भारतीय सुंदरता और पर्यटन को देखने के लिए हर साल लाखों लोग आते हैं। इसके चलते पर्यटन देश में रोजगार की दिशा में भी काफी अहम स्थान रखता है। आज भारत में कई ऐसी जगहें हैं जहाँ साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। रोजगार मिलने के साथ ही इससे पर्यटन की दिशा में भारत का भी प्रचार होता है। जोकि राष्ट्रीय पर्यटन दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य है।

अर्थव्यवस्था को मिलती है मजबूती :

हमारे देश की अर्थव्यवस्था भी कहीं ना कहीं पर्यटन से जुड़ी हुई है। आज के समय में लोगों को पर्यटन के जरिए काम मिलता है। इसके साथ ही भारत की जीडीपी की बढ़ोतरी पर भी भारतीय पर्यटन का विशेष असर पड़ता है। इसलिए माना जाता है कि पर्यटन के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है।

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