Diabetes के मरीजों को इन खाद्य पदार्थों पर लगानी चाहिए लगाम
Diabetes के मरीजों को इन खाद्य पदार्थों पर लगानी चाहिए लगाम Raj Express
हेल्थ एंड फिटनेस

Diabetes के मरीजों को इन खाद्य पदार्थों पर लगानी चाहिए लगाम

Author : Deeksha Nandini

हाइलाइट्स

  • डेयरी उत्पाद से करना चाहिए डायबिटिक पेसेंट को परहेज।

  • डायबिटीज के मरीज सफेद ब्रेड, पास्ता और चावल को कहें NO

  • अधिक नमक खाने से 39%बढ़ जाता है टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम।

राज एक्सप्रेस। आजकल की तेज़ जीवनशैली और अनियंत्रित आहार के कारण, डायबिटीज होना एक आम समस्या बन चुकी है। यह एक अस्थायी रूप से उच्च रक्त शर्करा स्तर की स्थिति है, जो शरीर के इंसुलिन (Insulin) नामक हार्मोन की कमी या शरीर के इंसुलिन के सही उपयोग की असमर्थता से होती है। इससे रक्त में शर्करा का सही रूप से उपयोग नहीं हो पाता और उच्च रक्त शर्करा (High Blood Sugar) स्तर की समस्या हो जाती है।

डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी बीमारी है, जो दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। अगर इसकी (Diabetes) शुरुआती लक्षणों को पहचान लें तो काफी हद तक इससे बचाव किया जा सकता है, लेकिन अगर आप डायबिटीज (Diabetes) के मरीज हैं तो समझ लीजिए आपको अपना पूरा लाइफस्टाइल (Lifestyle) और खान-पान बदलने की जरूरत है। कई खाद्य सामग्री हैं जो डायबिटीज के मरीजों को खाने से बचना चाहिए, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे है कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में जिनका सेवन डायबिटीज के मरीज को नहीं करना चाहिए।

इन खाद्य पदार्थों से करें परहेज

डेयरी उत्पाद

डेयरी उत्पाद खाने से भी डायबिटीज के मरीजों को बचना चाहिए। दही से लेकर दूध और पनीर जैसी चीजों के सेवन से बिल्कुल बचना चाहिए। डेयरी उत्पादों में फैट यानि वसा की मात्रा ज्यादा होती है और ये शरीर में कॉलेस्ट्रॉल (Cholesterol) बढ़ाते हैं। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इनसे दूर ही रहना चाहिए।

सेचुरेटेड और ट्रांस फैट

एनिमल फूड जैसे कि मीट, बटर, कोकोनट ऑयल और इन चीजों से बने फूड चॉकलेट, टॉफी, पुडिंग, बिस्कुट, पेस्ट्रीज, मीट, प्रोसेस्ड मीट, क्रीम, चीज आदि सेचुरेटेड फैट के उदाहरण हैं। इनका सेवन करने से डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इसके अलावा ट्रांस फैट यानी तली-भुनी या पैकेज्ड फूड से भी ब्लड शुगर बढ़ता ह।

सॉफ्ट ड्रिंक

युवाओं में सॉफ्ट ड्रिंक्स का चलन सबसे ज्यादा है लेकिन सॉफ्ट ड्रिंक्स (Soft Drinks) के कई नुकसान है। अमेरिकन डायबिटीज़ एसोसिएशन (American Diabetes Association) के 2010 के एक अध्ययन के मुताबिक रोजाना सिर्फ दो बार सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 26 फीसदी तक बढ़ सकता है। सोडा, मीठी चाय का सेवन, फलों के जूस और नींबू पानी का अधिक सेवन करने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है।

सफ़ेद आटा या मैदा युक्त वस्तुएँ

डायबिटीज के मरीजों को सफेद ब्रेड, पास्ता और चावल बिल्कुल भी नहीं खाने चाहिए। दरअसल, सफेद आटे या फिर मैदा से बनी जितनी भी चीजें होती हैं फिर चाहे वो सफेद ब्रेड हो या फिर पास्ता, वो शुगर लेवल को बढ़ा देते हैं।

शराब

भारी शराब पीने से, विशेष रूप से डायबिटीज रोगियों में, रक्त में कुछ एसिड के संचय का कारण बन सकता है जिसके परिणामस्वरूप गंभीर स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं। अंत में, शराब का सेवन डायबिटीज से संबंधित चिकित्सीय जटिलताओं को खराब कर सकता है, जैसे वसा चयापचय में गड़बड़ी, तंत्रिका क्षति और नेत्र रोग।

नमक

निष्कर्षों के अनुसार जो लोग कभी-कभी या हमेशा अपने खाने में नमक छिड़क कर खाते है उन्हें टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 39% बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार खाने में नमक मिलाने से लोग भोजन का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, जिससे मोटापा और सूजन बढ़ने की संभावना बढ़ सकती है जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।

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