प्रेग्‍नेंसी में इन 5 गैजेट्स से रहें कोसों दूर
प्रेग्‍नेंसी में इन 5 गैजेट्स से रहें कोसों दूर Raj Express
हेल्थ एंड फिटनेस

प्रेग्‍नेंसी में इन 5 गैजेट्स से रहें कोसों दूर, ताकि बच्‍चा रहे हेल्‍दी

Author : Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • प्रेग्‍नेंसी में न करें स्‍मार्टफोन का ओवरयूज।

  • वाईफाई राउटर से बढ़ता है गर्भपात का खतरा।

  • लैपटॉप की गर्मी से बच्‍चे को होता है नुकसान।

  • ब्लूटूथ हेडसेट से रहें दूर।

राज एक्सप्रेस। टेक्‍नोलॉजी की दुनिया में गैजेट्स का यूज काफी बढ़ गया है। खासतौर से लैपटॉप, स्‍मार्टफोन ने हमारे जीवन को इस कदर अपने कंट्रोल में कर लिया है कि हम चाहकर भी इससे बाहर नहीं निकल पा रहे। आम व्‍यक्ति को तो इससे नुकसान है ही गर्भवती के लिए ये इलेक्‍ट्रॉनिक गैजेट्स ज्‍यादा नुकसानदायक हैं। ऐसे गैजेट आपके पेट में पल रहे बच्‍चें को नुकसान पहुंचाते हैं और आपको अहसास भी नहीं होता। गर्भावस्‍था में जब महिलाएं फ्री रहती हैं, तो मोबाइल फोन या लैपटॉप पर सबसे ज्‍यादा समय बिताती हैं। लेकिन इन वायरलेस गैजेट का इस्‍तेमाल आपके बच्‍चे को रेडिएशन के संपर्क में लाता है, जो बच्‍चे के लिए अच्‍छा नहीं है। ऐसे में कुछ गैजेट्स हैं, जिन्‍हें प्रेग्‍नेंसी में अवॉइड किया जाना चाहिए। जानते हैं इनके बारे में।

स्मार्टफोन

गर्भावस्‍था में महिलाएं नींद न आने पर देर तक फोन चलाती हैं। लेकिन लंबे वक्‍त तक इसके इस्‍तेमाल से बच्‍चे में हाइपरएक्टिविटी डेवलप होती है। एक स्‍टडी के अनुसार, जो गर्भवती महिलाएं दिन में केवल दो या तीन बार अपने स्‍मार्टफोन का उपयोग करती हैं, उनके बच्‍चों को अक्‍सर इमोशंस को मैनेज करने में दिक्‍कत आती है।

वाईफाई राउटर

अगर आपके घर में वाई फाई लगा है, तो कुछ समय के लिए इसे हटवा दें। क्‍योंकि इंटरनेट के लिए घर में लगा वाई फाई मिसकैरेज के लिए जिम्‍मेदार है। जी हां, जर्नल ऑफ माइक्रोस्कोपी एंड अल्ट्रास्ट्रक्चर में पब्लिश हुई एक स्‍टडी के अनुसार, वयस्कों की तुलना में बच्चों को रेडिएशन से खतरा ज्‍यादा होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वाईफाई राउटर और सेलफोन से गर्भवती महिलाओं में गर्भपात का खतरा लगभग 50% बढ़ जाता है।

माइक्रोवेव

माइक्रोवव फूड को गर्म करने के लिए इलेक्‍ट्रोमैग्‍नेटिक रेडिशन का इस्‍तेमाल करता है।इसलिए प्रेग्‍नेंसी में इससे दूर रहें। ऐसा माना जाता है कि ईएमएफ जन्म के समय कम वजन और बर्थ डिसऑर्डर का कारण बनता है। यही कारण है कि गर्भावस्था में माइक्रोवेव में गर्म या पकाए गए भोजन का सेवन करने से बचने के लिए कहा जाता है। प्लास्टिक की प्लेटों या कटोरियों में खाना गर्म तो बिल्‍कुल न करें, क्‍योंकि इनमें बिस्फेनॉल ए (बीपीए) नामक कैंसर पैदा करने वाला तत्व होता है, जो आपके साथ-साथ आपके बच्चे के लिए भी हानिकारक है।

लैपटॉप

वैसे लैपटॉप और कंप्यूटर स्क्रीन का उपयोग मॉडरेशन में किया जाए, तो प्रेग्‍नेंसी में काफी हेल्‍पफुल और सेफ है। लेकिन समस्या तब होती है जब गर्भवती महिला इसका जरूरत से ज्‍यादा यूज करती है। जो महिलाएं प्रेग्‍नेंसी में घर से काम करती हैं, उन्‍हें इस बात का ध्‍यान रखना चाहिए कि लैपटॉप बहुत देर तक ना चले। क्‍योंकि ज्‍यादा चलाने पर लैपटॉप गर्म हो जाते हैं और अगर आप इसे अपने पेट पर रखते हैं, तो गर्मी आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है। बेहतर है कि लैपटॉप को कुशन या टेबल पर या फिर कूलिंग पैड पर रखें। इस तरह, हीट आपके भ्रूण तक नहीं पहुंच पाएगी।

ब्लूटूथ हेडसेट

यात्रा के दौरान कम्‍यूनिकेशन के लिए ब्लूटूथ हेडसेट सबसे सुविधाजनक होते हैं। लेकिन इनकी रेडियो फ्रीक्वेंसी माइक्रोवेव जितनी ही हानिकारक होती है। कहने को यह एक वायरलेस गैजेट है, जो आपके कान के जरिए से सीधे आपके मस्तिष्क तक रेडिएशन को अट्रेक्‍ट करता है, लेकिन जब आप प्रेग्‍नेंट हों, तो ब्लूटूथ हेडसेट को शरीर से दूर रखा जाना ही ठीक है।

गर्भावस्‍था में गैजेट्स से दूर रहने के लिए बरतें सावधानी

  • इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्‍तेमाल न करने पर उसे बंद कर दें, खासकर रात में सोने से पहले।

  • अपने फोन का उपयोग करते समय, फोन को मस्तिष्क के पास लाने से बचने के लिए ईयरफोन पहनें।

  • मोबाइल डेटा को ऑफ करें। मोबाइल इंटरनेट सर्विस (2जी, 3जी, 4जी) हाई फ्रिक्‍वेंसी रेडिएशन उत्सर्जित करती हैं। इसलिए उपयोग में न होने पर इन्हें बंद कर देना चाहिए।

  • वाईफाई राउटर और अन्य वायरलेस गैजेट्स को अपने बेडरूम से दूर किसी अन्‍य दीवार पर फिट कराएं।

  • घर में वाईफाई टेक्‍नीक को वायर्ड इंटरनेट से बदलें। हालांकि, यह तरीका पुराना है, लेकिन कम से कम प्रेग्‍नेंसी के दौरान इस बारे में सोचना चाहिए।

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