दिवाली पर फेफड़ों की सेहत का रखें खूब ख्‍याल, अपनाएं ये टिप्‍स
दिवाली पर फेफड़ों की सेहत का रखें खूब ख्‍याल, अपनाएं ये टिप्‍स Raj Express
हेल्थ एंड फिटनेस

दिवाली पर फेफड़ों की सेहत का रखें खूब ख्‍याल, अपनाएं ये टिप्‍स

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • दिवाली पर पटाखे फोड़ने की परंपरा है।

  • पटाखे का धुंआ फेफड़े खराब कर सकता है।

  • घर के अंदर दीपक न जलाएं।

  • मास्‍क लगाकर निकलें।

राज एक्सप्रेस। आतिशबाजी के बिना दिवाली का त्‍योहार अधूरा है। लोग इस दिन तरह-तरह के पटाखे फोड़ते हैं। यह त्योहार सभी के चेहरे पर खुशियां और उमंग लेकर आता है। लेकिन एक चीज है, जो हर साल दिवाली के साथ आती है , वो है वायु प्रदूषण। दिवाली पर पटाखों से बहुत ज्‍यादा प्रदूषण होता है, जो अस्‍थमा और रेस्पिटरी प्रॉब्‍लम से पीड़ित लोगों के लिए बड़ा खतरा है। विशेषज्ञ के अनुसार, अस्‍थमा रोगी के अलावा एक स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति को भी ऐसे माहौल में खांसी, घरघराहट, सीने में जकड़न और सांस लेने में कठिनाई होती है। ऐसे में जब कई शहरों की हवा की गुणवत्‍ता खराब होने लगी है, फेफड़ों का संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में शरीर के इस जरूरी अंग को तंदुरुस्त रखना बेहद जरूरी है। यहां हम आपको दिवाली पर फेफड़ों को हेल्दी रखने के आसान टिप्‍स बता रहे हैं।

घर के अंदर दिये ना जलाएं

हम बाहर के प्रदूषण को तो नहीं रोक सकते, लेकिन घर के अंदर होने वाले प्रदूषण से खुद को बचा सकते हैं। घर के अंदर दीपक या मोमबत्‍ती जलाने से बचना चाहिए। इससे घर के अंदर का प्रदूषण नियंत्रित रहेगा। इनकी जगह एलईडी का यूज करना अच्‍छा है।

पटाखे वाले क्षेत्र में ना जाएं

अगर आप अस्‍थमा के मरीज हैं, तो उस जगह बिल्‍कुल ना जाएं, जहां पटाखे जलाए जा रहे हों । दरअसल, पटाखों में से हानिकारक केमिकल्‍स निकलते हैं, जो फेफड़ों की सेहत खराब कर देते हैं।

मास्‍क लगाकर निकलें

कोरोना के बाद से हम सभी ने मास्क पहनना छोड़ दिया है। लेकिन दिवाली पर घर से बाहर निकलते वक्‍त आपको एंटी पॉल्यूशन फेस मास्‍क पहनना चाहिए। इससे आपके नाक और मुंह कवर रहेंगे, तो फेफड़े भी सुरक्षित रहेंगे।

एयर प्‍यूरीफायर खरीदें

वायु प्रदूषण से अपने फेफड़ों को बचाने के लिए एक अच्‍छी क्‍वालिटी के एयर प्‍यूरीफायर में इंवेस्‍ट करना अच्‍छा विकल्‍प है। इन दिनों यह बहुत फायदेमंद होता है। एयर प्यूरीफायर घर के अंदर की हवा से प्रदूषकों, विषाक्त पदार्थों और एलर्जी को फ़िल्टर करने केे काम आता है।

इनहेलर साथ रखें

अस्‍थमा के मरीज को घर से बाहर निकलते वक्‍त इनहेलर और अपनी सभी दवाइयां साथ रखनी चाहिए। अगर गलती से आप धुएं के संपर्क में आ गए , तो ये इनहेलर आपके अटैक को बढ़ने से रोक सकता है।

हाइड्रेटेड रहें

स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति से लेकर अस्‍थमा पेशेंट को हर वक्‍त हाइड्रेटेड रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्‍योंकि शरीर में मौजूद पर्याप्‍त तरल पदार्थ शरीर में पहुंचने वाले विषाक्‍त पदार्थें को बाहर निकाल देते हैं। इससे एलर्जी का जोखिम काफी हद तक दूर हो जाता है।

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