पानी पीने के बाद भी नहीं बुझ रही प्‍यास, तो हो सकती हैं समस्‍याएं
पानी पीने के बाद भी नहीं बुझ रही प्‍यास, तो हो सकती हैं समस्‍याएं Syed Dabeer Hussain - RE
हेल्थ एंड फिटनेस

पानी पीने के बाद भी नहीं बुझ रही प्‍यास, तो हो सकती हैं ये समस्‍याएं

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • गर्म खाने और हार्ड वर्कआउट करने से बहुत ज्‍यादा प्‍यास लगती है।

  • ब्‍लड में कैल्शियम और शरीर में पानी की कमी प्‍यास लगने की वजह।

  • मुंह सूखने पर भी लगती है बहुत प्‍यास।

  • एनीमिया की कमी से होती है बार-बार पानी पीने की इच्‍छा।

राज एक्सप्रेस। कभी न कभी आपके साथ भी ऐसा हुआ होगा। जब आपको किसी को बार-बार पीने के लिए पानी देना पड़ा हो। कई बार परेशान होकर तो आपने कह भी दिया होगा कि, "अभी तो पानी पिया है, इतनी जल्‍दी फिर से प्‍यास कैसे लग आई।" दरअसल, ऐसा हम सभी के साथ होता है, जब हमें जरूरत से ज्यादा प्‍यास लगती है। फिर चाहे कितना भी पानी क्‍यों न पी लें, ये किसी भी हाल में बुझती नहीं है।

आमतौर पर बहुत ज्‍यादा हैवी, गर्मा-गर्म या मसालेदार भोजन खाने और हार्ड वर्कआउट करने के बाद बहुत प्‍यास लगती है। कभी-कभी पानी के स्‍वाद बदलने के कारण भी ऐसा होता है। लेकिन पर्याप्‍त पानी पीने के बावजूद मिनट-मिनट पर प्‍यास लगने के कुछ और कारण भी हो सकते हैं, जिन पर हमारा ध्‍यान नहीं जाता। तो चलिए जानते हैं बार-बार प्‍यार लगने के कारणों के बारे में।

हाइपरकैल्सीमिया

हाइपरकैल्सीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें ब्‍लड में कैल्शियम लेवल सामान्‍य से ज्यादा हो जाता है। इसके कारण हड्डियों में कमजोरी और किडनी में पथरी की संभावना बढ़ती है। बार-बार प्‍यास लगना हाइपरकैल्सीमिया का ही एक लक्षण है, जिस पर सभी को गौर करना चाहिए।

डिहाइड्रेशन

डिहाइड्रेशन को निर्जलीकरण भी कहते हैं। अगर आपके शरीर में पर्याप्त पानी नहीं है, तो आपको पल-पल में पानी पीने का मन करेगा। उल्‍टी, दस्‍त, व्‍यायाम और पसीना आने की वजह से भी शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

ज्‍यादा नमक खाना

जरूरत से ज्‍यादा नमक खाना भी प्‍यास न बुझने की वजह है। आपको बता दें कि ज्‍यादा नमक के सेवन से प्‍यास बढ़ती है। ऐसा इसलिए, क्‍योंकि नमक सेल्‍स से पानी को बाहर निकालने का काम करता है। ऐसे में अगर आप ज्‍यादा नमक खाएंगे, तो सेल्‍स ब्रेन को बार-बार प्‍यास लगने का संकेत भेजते रहेंगे। यही वजह है कि एक दिन में 4-5 ग्राम से ज्‍यादा नमक का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।

एनीमिया

एनीमिया का मतलब है शरीर में रेड ब्‍लड सेल्‍स की कमी होना। कुछ लोगों में यह स्थिति जन्‍म के समय से होती है, तो वहीं कुछ के साथ बाद में यह स्थिति बनती है। खराब आहार और बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिंग इसकी मुख्‍य वजह है । अगर आपको एनीमिया के मामूली लक्षण हैं, तो बहुत ज्‍यादा प्‍यास नहीं लगेगी, लेकिन स्थिति के गंभीर होने पर आपको बार-बार पानी पीने की इच्‍छा महसूस हो सकती है।

दवाओं से

कुछ तरह की दवाएं ज्‍यादा प्‍यास लगने के लिए जिम्‍मेदार होती है। लिथियम और ड्यूरेटिक्स ऐसी दवाएं हैं, जिनके सेवन के बाद जल्‍दी-जल्‍दी और तेजी से पेशाब आती है। इस वजह से बार-बार प्यास भी लग सकती है। इसके अलावा कई अन्य दवाएं - एंटीसाइकोटिक्स, एंटीडिप्रेसेंट्स, एंटीकॉन्वल्सेंट्स, एंटीकोलिनर्जिक्स और अल्फा एगोनिस्ट्स के कारण भी मुंह सूखा का सूखा रहता है।

मुंह का सूखना

मौसम में बदलाव के कारण कई बार मुंह सूखने लगता है। इससे भी बहुत ज्‍यादा प्‍यास महसूस होती है। एक बार पानी पीने पर तो ऐसा लगता है कि पेट भर गया, लेकिन अगले ही पल फिर पानी पीने का होने लगता है। मुंह सूखने की समस्या को जेरोस्टोमिया कहा जाता है। इसमें स्लेवरी ग्‍लैंड पर्याप्त मात्रा में लार नहीं बनाती। ऐसे में हर समय प्यास का अहसास होता है। अगर आपको ऐसा लगातार हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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