नॉन वेज छोड़ने के बाद शरीर में क्‍या होते हैं बदलाव
नॉन वेज छोड़ने के बाद शरीर में क्‍या होते हैं बदलाव Syed Dabeer Hussain - RE
हेल्थ एंड फिटनेस

आप भी बना रहे हैं नॉन वेज छोड़ने का मन, तो जानिए शरीर में क्‍या होते हैं बदलाव

Deepti Gupta

राज एक्सप्रेस। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 (2019-21) की रिपोर्ट के अनुसार भारत में 15-49 साल के 84.4% पुरुष और 70.6 महिलाएं नॉन-वेज खाते हैं। लेकिन अब धीरे-धीरे लोग मांसाहारी से हटकर शाकाहारी भोजन खाने पर ध्‍यान दे रहे हैं। कई सेलिब्रिटी ने भी अब नॉन वेज छोड़ वीगन डाइट अपना ली है। बॉलीवुड एक्‍ट्रेस राधिका मदान इनमें से एक हैं। हाल ही में उन्‍होंने खुलासा किया है कि उन्‍होंने नॉन-वेज से दूरी बना ली है और वे पहले से ज्‍यादा स्‍वस्‍थ और एनर्जेटिक फील कर रही हैं। इस संबंध में डायटीशियन डॉ. ज्‍योत्‍सना श्रीवास्‍तव कहती हैं कि नॉन वेज छोड़ने से कैलोरी इंटेक कम होता है, पाचन शक्ति बढ़ जाती है, वजन कम करने में मदद मिलती है और हृदय रोग का खतरा भी कम होता है। नाॅन-वेज छोड़ने के बाद शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए।

हृदय रोग का खतरा कम होगा

नॉन वेज छोड़ने के बाद का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आप हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है। अगर आप हाई बीपी या हृदय रोग के मरीज हैं, तो नॉन-वेज छोड़ना बहुत फायदेमंद होता है। वैज्ञानिकों ने 27 अलग-अलग स्‍टडी में पाया है कि जिन लोगों ने वेजिटेरियन डाइट ली उनमें हृदय रोग का खतरा 25 प्रतिशत कम हो गया।

कैंसर से बचाव

इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक वीगन डाइट फॉलो करने से कैंसर के खतरे को 15% तक कम करने की गुंजाइश बढ़ जाती है।

वजन घटाए

डाइटीशियन कहती हैं कि कई नॉन वेज फूड फैट और कैलोरी से भरपूर होता है। लेकिन जब लोग लो कैलोरी वाला वेजिटेरियन फूड खाते हैं, तो वजन कम करने में मदद मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो जाएगा

हाई ब्‍ल्‍ड कोलेस्‍ट्रॉल को हृदय रोग और स्ट्रोक के लिए जिम्‍मेदार माना जाता है। कई स्टडी बताती हैं कि प्‍लांट बेस डाइट या वेजिटेरियन डाइट फॉलो करने से ब्‍लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 35% तक कम हो जाता है। जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाओं की जरूरत होती है, वे वेजिटेरियन डाइट अपनाकर अपने हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के जोखिम को कम कर सकते हैं।

सूजन में मिलेगा आराम

वेजिटेरियन डाइट सूजन को कम करने में भी बहुत फायदेमंद है। बता दें कि नॉन वेज, प्रोसेस्‍ड फूड और डेयरी प्रोडक्‍ट खाने से शरीर में सूजन का स्तर बढ़ जाता है। लेकिन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी एक स्टडी से पता चलता है कि जो लोग नॉन-वेज नहीं खाते, उनके सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) कम होता है। बता दें कि सीआरपी शरीर में सूजन का सूचक है।

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