डॉक्टर के नाम से ही डरता है आपका बच्‍चा, तो अपनाएं ये 5 टिप्‍स
डॉक्टर के नाम से ही डरता है आपका बच्‍चा, तो अपनाएं ये 5 टिप्‍स Raj Express
पेरेंटिंग एंड मदरहुड

डॉक्टर के नाम से ही डरता है आपका बच्‍चा, तो अपनाएं ये 5 टिप्‍स

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • हर बच्चे को रहता है इंजेक्‍शन का डर।

  • अपॉइनमेंट से पहले बच्‍चे का माइंड प्रिपेयर करें।

  • सुई को लेकर डर पैदा न करें।

  • चेकअप के दौरान बच्‍चे का ध्‍यान भटकाएं।

राज एक्सप्रेस। वैसे तो हर बच्‍चा डॉक्टर के पास जाने से डरता है। लेकिन यह उन पेरेंट्स के लिए सबसे ज्‍यादा चैलेंजिंग है जिनका बच्चा डॉक्टर के क्‍लीनिक में जाते ही रोना स्‍टार्ट कर देता है और लौटने तक चुप नहीं होता। ऐसे में न तो डॉक्‍टर बच्‍चे का ठीक‍ से इलाज कर पाते हैं और न ठीक से बीमारी डायग्नोज हो पाती है। ट्रीटमेंट अधूरा रह जाता है, वो अलग। दरअसल, कुछ बच्‍चों में इंजेक्‍शन लगने का डर होता है, वहीं कुछ ऐसे होते हैं, जिन्‍हें दवाइयां पसंद नहीं होतीं। ऐसे बच्‍चों के साथ डॉक्‍टर्स को डील करने में बहुत परेशानी होती है। अगर आपका बच्‍चा भी डॉक्‍टर के पास जाने में आनाकानी करता है , तो मिशिगन मेडिसिन की पीडियाट्रिक नर्स डॉ. एंड्रिया ज़िग्लर ने कुछ टिप्‍स शेयर किए हैं, जिनकी मदद से आप बच्‍चे के मन से डॉक्टर का डर भगा सकते हैं।

बच्‍चे के लिए डॉक्‍टर विजिट को आसान कैसे बनाएं

अपॉइनमेंट से पहले उन्हें तैयार करें

अगर डॉक्‍टर के पास जाना है, तो बच्चों को पहले से शिक्षित करना डर ​​को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। माता-पिता बातचीत, किताबों या टीवी शोज दिखाकर या फिर डॉक्‍टर किट के साथ बच्‍चे को डॉक्‍टर विजिट के लिए तैयार कर सकते हैं।

इंजेक्‍शन के बारे में डर पैदा न करें

एक सर्वे में शामिल हुए माता-पिता ने कहा कि उनके बच्चे के डर का सबसे बड़ा कारण सुई लगवाना है। कई बार हम मजाक में बच्‍चाें के मन में सुई का डर पैदा कर देते हैं। यह कहकर कि जल्दी खाना खा लो, वरना डॉक्‍टर सुई लगा देगा। भले ही यह मजाक हो, लेकिन अनजाने में सुई-फोबिया को बढ़ावा देना बच्‍चों के मन में डॉक्‍टर की नकारात्मक छवि बना देता है।

झूठे प्रॉमिस न करें

लगभग सभी माता-पिता अपने बच्चे को शांत रखने के लिए कह देते हैं, कि उन्हें कोई सुई नहीं लगाई जाएगी। ऐसे में जब डॉक्‍टर उन्‍हें सुई लगाता है, तो वो बहुत रोते हैं और हो सकता है कि आपको बिना सुई लगवाए ही लौटना पड़े। इससे उनकी वैक्‍सीन में देरी हो सकती है, जो बिल्‍कुल भी ठीक नहीं है। माता-पिता अपने बच्चे का विश्वास तोड़ देते हैं, जिससे भविष्य में डॉक्‍टर का अपॉइंटमेंट लेना उनके लिए पेचीदा हो सकता है।

ध्यान भटकाएं

डॉ. एंड्रिया ज़िग्लर के अनुसार, जब किसी बच्‍चे को शॉट लगता है, तो उसका ध्‍यान भटकाना बहुत जरूरी है। विजिट के दौरान बच्चे को पसंदीदा वीडियो देखने, संगीत सुनने या किताब पढ़ने के लिए दें। ये चीजें कुछ बच्चों का ध्यान भटकाने में मददगार हो सकती हैं।

खेल खेलें

बच्चे के दिल से डॉक्टर का डर खत्म करना उसकी हेल्‍थ के लिए बहुत जरूरी है। इसके लिए घर पर मरीज-डॉक्टर का खेल खेलना सबसे कारगर तरीका है। इसमें आप पेशंट बनें और बच्‍चे को डॉक्‍टर बनने के लिए कहें। उसे अपनी आंखें, जीभ चेक करने दें। बाद में खुद डॉक्टर बन जाएं। बच्चे को लिटाएं और चेक करें। उसे बताएं कि हमारा स्वस्‍थ रहना बहुत जरूरी है। इसलिए हमें चेकअप कराने डॉक्‍टर के पास जाना पड़ता है।

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