क्‍या तलाक के बाद पति पत्‍नी दोस्‍त हो सकते हैं
क्‍या तलाक के बाद पति पत्‍नी दोस्‍त हो सकते हैं Raj Express
रिलेशनशिप्स एंड सेक्शूऐलिटी

क्‍या तलाक के बाद पति पत्‍नी दोस्‍त हो सकते हैं, जानिए इसके फायदे और नुकसान

Deepti Gupta

हाइलाइट्स :

  • तलाक के बाद एक्‍स पार्टनर के साथ दोस्‍त का रिश्‍ता असंभव।

  • यह रिश्‍ता बच्‍चों को भ्रमित करता है।

  • दोस्‍त बनने से बेहतर बनती है पैरेंटिंग रिलेशनशिप।

  • डिवोर्स के बाद दोस्‍ती की सीमा जानना जरूरी।

राज एक्सप्रेस। अभिनेता और राजनेता अनुभव मोहंती, अभिनेत्री और पत्नी वर्षा प्रियदर्शनी के साथ तलाक की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्‍होंने सोशल मीडिया पोस्ट में अलगाव के लिए एक नई अपील की है। उन्‍होंने लिखा है कि - वह उनसे 'दिल की गहराइयों से' प्यार करते हैं और चाहते हैं कि तलाक के बाद भी उनकी दोस्ती बनी रहे। पर क्‍या आपको लगता है कि तलाक के बाद भी अपने एक्‍स पार्टनर के साथ दोस्‍त बने रहना संभव है। हालांकि कई लोग इस बात को नकारते हैं कि तलाक के बाद पार्टनर से किसी भी तरह का संपर्क रखना सही नहीं है, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि अगर तलाक आपसी सहमति के साथ हुआ है, तो बाद में दोस्‍त बने रहने में कुछ भी गलत नहीं है। अगर आप भी कुछ ऐसी परिस्थितियों से गुजर रहे हैं, तो यहां तलाक के बाद अपने एक्‍स के साथ दोस्‍त बने रहने के नुकसान और फायदों के बारे में बताया गया है।

क्‍या कहते हैं लोग

एक्‍टर की इस पोस्‍ट के बाद लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ कहते हैं कि - हां तलाक के बाद पति पत्‍नी दोस्‍त हो सकते हैं पर सिर्फ फिल्‍मों में। जब साथ रहते हुए दोस्‍त नहीं बन पाए, तो भला तलाक के बाद दोस्‍त कैसे बन सकते हैं। वहीं कुछ ने कहा है कि अगर शादी के बाद पति पत्‍नी दोस्‍त हो सकते हैं, तो शादी निभाते समय एक दूसरे के साथ दोस्‍ती क्‍यों नहीं रह पाई। वहीं कुछ लोगों ने कमेंट किए हैं कि एक दोस्त पति या पत्नी तो बन सकता है पर एक तलाकशुदा पति और पत्नी दोस्त बन जाए, ये हो नहीं सकता।

सही परिस्थितियों में दोस्‍ती संभव

आमतौर पर तलाक कुछ विषम परिस्थितियों में ही होता है। इसके बाद पति पत्‍नी एक दूसरे का मुंह तक देखना नहीं चाहते। लेकिन अगर परिस्थितियां सही है और दोनों ने म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग से तलाक लिया है, तो बाद में दोनों के बीच दोस्ती संभव है। कुछ मामलों में, एक्स पाटनर्स के पास संपर्क में रहने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है, क्योंकि उनके साथ बच्चे भी होते हैं। हालांकि, को पैरेंटिंग के मामले में भी, दोस्त बने रहना बच्‍चों के भविष्‍य के लिए जरूरी है।

तलाक के बाद दोस्‍त बने रहने के फायदे

  • तलाक लेने के बाद अगर आपके मन में अफसोस रहता है, तो यह आपको एक-दूसरे को माफ करने का मौका देता है। अपने एक्स पार्टनर के लिए मन में गुस्सा बनाए रखना उन्हें जितना दुख देता है, उससे कहीं अधिक आपको दुख पहुंचता है। ऐसे मे मूव ऑन करने के लिए पहला कदम जो आप उठा सकते हैं, वो हैं माफी ।

  • यह स्थिति आपके को पैरेंटिंग रिलेशनशिप को बेहतर बना सकती है। यदि आप अपने एक्‍स पार्टनर के दोस्‍त हैं, तो आप दोनों के बीच मे कम्युनिकेशन काफी आसान हो जाएगा और आप बच्‍चों की केयर ठीक ढंग से कर पाएंगे।

  • अगर आपके अपने एक्‍स पति या पत्‍नी के साथ अच्छे संबंध हैं, तो दोस्‍त बने रहना ज्‍यादा तनावपूर्ण नहीं होगा।

तलाक के बाद दोस्‍त बने रहने के नुकसान

  • अगर ऐसा हुआ, तो आप इस रिश्‍ते के टूटने का दुख नहीं मना पाएंगे। ऐसे किसी भी फैसले के बाद खुद को समय देना बहुत जरूरी होता है।

  • यह समझने के लिए कि आप उनके बिना क्‍या है, जीवनसाथी से दूरी बनाए रखना जरूरी है। वरना आप अपनी पहचान कभी नहीं बना पाएंगे।

  • अगर आपके बच्चे हैं, तो यह उनके लिए भ्रमित करने वाली स्थिति हो सकती है। तलाक के बाद आपको दोस्‍ती के रिश्‍ते में देखना बच्‍चों को मुश्किल में डाल सकता है। उनके मन में भ्रम पैदा हो सकता है कि आप फिर से साथ आ रहे हैं, लेकिन जब ऐसा नहीं होता, तो अनजाने में उनका दिल टूट जाता है।

तलाक के बाद एक्‍स के साथ फ्रेंड बने रहने के टिप्‍स

  • अगर आप दोनों ऐसा करने की सोच रहे हैं तो बच्‍चों को समझाएं कि आप अब सिर्फ दोस्‍त हैं, लेकिन कभी साथ नहीं आएंगे।

  • फिजिकली इंटीमेट होने से बचें।

  • इससे पहले कि आप इस रिश्‍ते की शुरुआत करें, जान लें कि एक दोस्‍त की लिमिट क्या होती हैं।

  • डिवॉर्स के बाद दोस्‍त रहने का मतलब सिर्फ साथ घूमने और खाने-पीने से होना चाहिए।

  • नए रिश्ते की शुरुआत तब तक न करें, जब तक आप दोनों सहज न हो जाएं।

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