गोरखपुर कांड पर अखिलेश का CM योगी पर हमला
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गोरखपुर कांड पर अखिलेश का CM योगी पर हमला- पुलिस कप्तान को बताया भाजपा का रिश्तेदार

Priyanka Sahu

उत्‍तर प्रदेश, भारत। उत्‍तर प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार सत्‍ता में है, ऐसे में यहां कुछ कांड हो तो विपक्ष पार्टी के नेता राज्‍य की सरकार के खिलाफ आलोचना करना का बिल्‍कुल मौका नहीं छोड़ती है। अब बीते दिन सोमवार-मंगलवार की रात के समय गोरखपुर में एक कांड हुआ, जिसकाे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव UP के CM योगी के खिलाफ हमलावर रूख अपनाए हुए हैं, उन्‍होंने यह बयान भी दिया।

जिस पुलिस पर भरोसा था उसी ने जान ले ली :

दरअसल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर कांड को लेकर सवाल उठाते हुए यह बयान दिया- क्या हो रहा है गोरखपुर में जहां से मुख्यमंत्री चुनकर आते हैं। जहां मुख्यमंत्री जाकर वापस आते हैं वहां हत्या हो जाती है। जिस पुलिस पर भरोसा था उसी ने जान ले ली और अभी भी फरार हैं। ये फरार हैं या सरकार ने इन्हें फरार किया है?

पूरा प्रदेश जानता है कि पुलिस कप्तान के खिलाफ इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है, क्योंकि वे भाजपा के रिश्तेदार हैं। प्रशासन से जब भाजपा चुनाव जिताने का काम लेगी तो कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि न्याय मिलेगा?
समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव

‘ज़ीरो टालरेंस’ भी भाजपाई जुमला है :

इससे पहले आज सपा प्रमुख अखीलेश यादव ने ट्वीट कर यह भी कहा- ‘मनीष गुप्ता हत्याकांड’ में पुलिसवालों की गिरफ़्तारी न होना ये दर्शाता है कि वो फ़रार नहीं हुए हैं उन्हें फ़रार कराया गया है। दरअसल कोई आरोपियों को नहीं बल्कि ख़ुद को बचा रहा है क्योंकि इसके तार ‘वसूली-तंत्र’ से जुड़े होने की पूरी आशंका है। ‘ज़ीरो टालरेंस’ भी भाजपाई जुमला है।

हत्याकांड की उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच की मांग :

इतना ही बीते दिन अखिलेश यादव ने गोरखपुर में भाजपा सरकार की हिंसक प्रवृति के शिकार हुए कानपुर के युवा व्यापारी स्व. मनीष गुप्ता जी के शोक संतप्त परिवार से मिले भी थे और उन्‍होंने इस हत्याकांड की उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच की मांग करते हुए कहा था- परिवार को यथोचित न्याय मिले। इस हत्या के लिए उप्र का शासन-प्रशासन बराबर का दोषी है।

क्या है पूरा मामला :

बीते सोमवार-मंगलवार की रात के समय गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस दौरान मनीष के साथ होटल में रुके दोस्त अरविंद सिंह ने बताया- वे होटल कृष्णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे। देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे। मनीष ने देर रात की जांच पर सवाल उठाए तो पुलिसवाले आक्रोशित हो गए और उन्होंने पीटना शुरु कर दिया। इतना ही नहीं बल्कि अरविंद सिंह का यह आरोप भी है कि, ''पुलिसवाले शराब के नशे में भी थे, देर रात में की जा रही चेकिंग को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने मनीष को इतना पीटा कि उसकी जान चली गई थी।''

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