CM नीतीश कुमार
CM नीतीश कुमार Syed Dabeer Hussain - RE
पॉलिटिक्स

जातीय जनगणना के संदर्भ में अनेक दलों से की जाएगी बातचीत: CM नीतीश कुमार

Priyanka Sahu

बिहार, भारत। बिहार राज्‍य में जातीय जनगणना को लेकर सियासत जारी है। इस बीच आज सोमवार को राज्‍य के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार का जाति जनगणना पर बयान आया है। इस दौरान उन्‍होंने सभी से राय लेकर जाति जनगणना का फैसला लिए जाने की बात कही है।

अनेक दलों से बातचीत की जाएगी :

बिहार की राजधानी पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना पर अपना बयान दिया, जिसमें उन्‍होंने कहा- जातीय जनगणना में सभी से राय लेकर उसपर निर्णय लिया जाएगा। जातिगत जनगणना के लिए हमने पहले ही कहा है। बिहार विधानसभा ने इसे दो बार पारित किया है।

इस बार सभी पार्टियों की बैठक करके इस पर निर्णय लेकर कैबिनेट के माध्यम से स्वीकृत करके काम शुरू किया जाएगा। इस संदर्भ में अनेक दलों से बातचीत की जाएगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

अटल सरकार ने थारुओं को आदिवासी जनजाति का दर्जा दिया :

बता दें कि, इससे पहले कल रविवार को हरनाटांड़ स्थित उच्च प्लस टू विद्यालय परिसर में भारतीय थारू कल्याण महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि, एनडीए की सरकार में मांगना नहीं पड़ता है। वर्ष 2003 में अटल जी की सरकार ने थारुओं को आदिवासी जनजाति का दर्जा दिया गया था। अब सरकार जातिगत जनगणना के आधार पर आबादी के अनुरूप राजनीतिक आरक्षण का लाभ भी देगी।

रेणु देवी ने बताया जाति आधारित जनगणना के निर्णय का उद्देश्य :

तो वहीं, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने जाति आधारित जनगणना के निर्णय के उद्देश्य को बताते हुए कहा था कि, ''थारू आदिवासी भाइयों के उत्थान और कल्याण के लिए सरकार दिन रात काम कर रही है। लंबे समय से राजनीति में भागीदारी उठ रही मांग भी पूरी होगी। सरकार ने जाति आधारित जनगणना के निर्णय इसी उद्देश्य से लिया है कि समाज के सभी वर्गों को नेतृत्व का मौका मिले।''

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT