बिहार में बिना सहयोगी के सरकार नहीं बना सकने वाले भी पीएम बनने की रेस में : स्मृति ईरानी
बिहार में बिना सहयोगी के सरकार नहीं बना सकने वाले भी पीएम बनने की रेस में : स्मृति ईरानी Social Media
पॉलिटिक्स

बिहार में बिना सहयोगी के सरकार नहीं बना सकने वाले भी पीएम बनने की रेस में : स्मृति ईरानी

Author : News Agency

पटना। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में बिना सहयोगी के सरकार नहीं बना सकने वाले भी अब प्रधानमंत्री (पीएम) बनने की रेस में हैं।

श्रीमती ईरानी ने रविवार को यहां ज्ञान भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवनी पर आधारित पुस्तक 'मोदीञ्च20 : सपने हुए साकार' के लोकार्पण के बाद अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री श्री कुमार का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा और कहा, ''आज कई लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हैं। जो लोग बिना सहयोगी के बिहार में सरकार नहीं बना सकते हैं वह भी पीएम बनने की रेस में हैं। एक ऐसे भी हैं जिनके आचरण की चर्चा राज्य में ही नहीं पूरे देश में होती है।"

भाजपा नेता ने कहा कि सड़क पर रक्त बह रहा है। बेगुनाह, वंचित, शोषित परिवार, अपने सम्मान के लिए संघर्ष करती महिला उन्हें नजर नहीं आते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिद्वंद्वी इस चिंता में हैं कि कैसे सत्ता हासिल करें, लेकिन श्री मोदी वर्ष 2024 में फिर सफलता का परचम लहरायेंगे। उन्होंने दावा किया है कि प्रधान सेवक को ही जनता का आशीर्वाद प्राप्त है।

श्रीमती ईरानी ने कहा कि उन्हें 20 साल से श्री मोदी के साथ काम करने का मौका प्राप्त है। मोदी मंत्र ही नहीं, मिशन और मेथड भी हैं। मंत्र मात्र सफलता का नहीं बल्कि जनता के लिए समाधान का है। मेथड मात्र गवर्नेंस का नहीं बल्कि संगठन को सशक्त करने का प्रयास है और मिशन मात्र यह नहीं की भाजपा राष्ट्र की सबसे यशस्वी राजनीतिक पार्टी बने बल्कि मिशन यह है कि भारत विश्व भर में सिर्फ शक्ति की दृष्टि से, सामर्थ की दृष्टि से और संवेदनशीलता की दृष्टि से सशक्त बने और विश्व भर में उत्तम स्थान प्रदान करे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि श्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने पंचामृत जल शक्ति, ऊर्जा शक्ति, ज्ञान शक्ति, रक्षा शक्ति और जन शक्ति की बात की थी, आज यह अनुभव प्रधानमंत्री काल में भी दिख रहा है। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में मोदी कर्मयोगी ही नहीं कर्मयोद्धा भी हैं। उन्होंने कहा कि जब पहली बार श्री मोदी की सभा में बम फटा लेकिन धमाका विपक्षी दलों में हुआ था।

भाजपा नेता ने कहा कि वर्ष 2013 में भाजपा के 773 विधायक थे लेकिन अब 1440 से अधिक हैं। वर्ष 2013 में भाजपा के चार मुख्यमंत्री थे लेकिन अब 12 मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा, ''आज जितिया का निर्जला उपवास है। सभी माताओं से मैं यही मांगती हूं की वह श्री नरेंद्र मोदी को आशीर्वाद दें।"

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT