पाकिस्तान की सेना कर रही भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की पहल
पाकिस्तान की सेना कर रही भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की पहल  Social Media
राज ख़ास

पाकिस्तान की सेना कर रही भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की पहल

Author : राज एक्सप्रेस

कश्मीर में धारा-370 के मसले पर भारत के साथ अड़ा पाकिस्तान कई बार रंग बदल चुका है। उसके विदेश मंत्री इसे भारत का अंदरूनी मामला बताते हैं, तो प्रधानमंत्री यह कहते हैं कि भारत जब तक 370 बहाल नहीं करता तब तक बात संभव नहीं है। यूएई के हस्तक्षेप से एकबारगी तो लगा था कि दोनों देश वार्ता की टेबल पर बैठेंगे और तनाव कम करेंगे, मगर यह प्रयास भी पाक के हठयोग के चलते विफल हो गया। अब खबर आ रही है कि भारत के साथ रिश्तों को सुधारने की पहल पाकिस्तान की सेना कर रही है। वहां की सेना का यह हृदय परिवर्तन पच नहीं रहा है, क्योंकि सेना ही अब तक तनाव का कारण मानी जाती रही है। यदि पाकिस्तान में कोई सियासी पार्टी का नेता भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात करता था, तो उसे गद्दार या भारत सरकार और मोदी का पैरोकार तक घोषित कर दिया जाता था। मगर, हाल के दिनों में इसमें बड़ा बदलाव दिखने लगा है। अब पाकिस्तान के सियासी सर्किल, शीर्ष अफसरों, मीडिया और बिजनेस कम्युनिटी में भी भारत से बैकडोर डिप्लोमेसी की चर्चाएं तेज हैं।

पाकिस्तान में एक अच्छी खासी जमात मानती है कि भारत के साथ संबंध सुधरने से पाकिस्तान को फायदा ही होगा। इसके लिए वे भारत और चीन के संबंधों का उदाहरण भी देते हैं, जिनमें कई बार तनाव होने के बावजूद कारोबार अच्छे से चल रहा है। हालांकि इमरान सरकार औपचारिक तौर पर अपनी ओर से कुछ भी स्वीकार करके अभी विपक्ष को कोई मौका नहीं देना चाहती। इससे पहले यूएई के एक राजनयिक दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की बात मान चुके हैं। भारत-पाकिस्तान के कुछ शीर्ष खुफिया अफसरों की इस साल जनवरी में दुबई में गुप्त वार्ता हुई थी। लेकिन पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी कहते हैं, अगर बात करनी है, तो हम इसे गुप्त क्यों रखेंगे। कश्मीर में जब तक 35-ए दोबारा लागू नहीं होता, तब तक बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है।

कहा जा रहा है कि अब पाकिस्तान कश्मीर के साथ-साथ सियाचिन, सर क्रीक और व्यापार पर भी चर्चा के लिए तैयार है। यह स्पष्ट है कि भारत के साथ समस्याओं का हल राजनीतिक ताकतों के हाथ में नहीं है। सेना को इसलिए आगे किया गया है क्योंकि उस पर लोग भरोसा करते हैं। चर्चा यह भी है कि पाक कश्मीर पर दावा तो करेगा, लेकिन कश्मीर के आधार पर भारत के साथ संबंधों को जोखिम में नहीं डालेगा। बदले में, भारत पांच अगस्त को हटाए अनुच्छेद 35- ए को फिर से बहाल कर देगा। इस बीच, पाकिस्तान भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक रास्ता देगा और बदले में, पाकिस्तान पारगमन और किराए के मामले में भारत से एक महत्वपूर्ण करार करेगा। दोनों देशों के बीच व्यापार शुरू होगा। अमेरिका भी दोनों देशों में सामान्य रिश्ते चाहता है क्योंकि भारत को चीन से कमजोर नहीं देखना चाहता।

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