28 वर्ष के संघर्ष का परिणाम है 26 अप्रैल का दिन, जानिए भारत में सिक्किम विलय की कहानी
28 वर्ष के संघर्ष का परिणाम है 26 अप्रैल का दिन, जानिए भारत में सिक्किम विलय की कहानी Raj Express
राज ख़ास

28 वर्ष के संघर्ष का परिणाम है 26 अप्रैल का दिन, जानिए भारत में सिक्किम विलय की कहानी

Author : Deeksha Nandini

राज एक्सप्रेस। ''चावल की घाटी'' के नाम से मशहूर सिक्किम (Sikkim), भारत का दूसरा सबसे छोटा राज्य है। यह राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता, दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी, कंचनजंगा (Kanchenjunga) और गुरुडोंगमार झील (Gurudongmar Lake) से भरपूर है। सिक्किम जैसे राज्य भारत को खूबसूरत बनाते हैं क्योंकि यहां की पहाड़ियां और पारंपरिक विरासत देश की संस्कृति को बरकरार रखती हैं। यह भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित एक पहाड़ी राज्य है, जिसका आकार अंगूठे के समान है। इस राज्य की सीमा पश्चिम में नेपाल, उत्तर और पूर्व में चीन तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र और दक्षिण-पूर्व में भूटान से लगती है। आज के दिन {26 अप्रैल, 1975} भारत में सिक्किम विलय किया गया था। सिक्किम (Sikkim) के परिप्रेक्ष्य से 26 अप्रैल 1975 का दिन 28 वर्षों के संघर्षों का परिणाम है।

सिक्किम का 22वां राज्य बनने का सफर

सिक्किम (Sikkim) हमेशा राजनीति, कूटनीति और बल नीति जैसी नीतियों के इर्द-गिर्द घूमता रहा है। 26 अप्रैल 1975 को सिक्किम को भारत का 22वां राज्य बनाया गया था । 28 साल के संघर्ष के बाद भारत में सिक्किम विलय (Sikkim Merger) हुआ था।

वर्ष 1642 के दौरान सिक्किम चोग्याल राजवंश के अधीन था। 1890 में ब्रिटिश शासन के दौरान यह देश का संरक्षित राज्य बन गया। उस समय सिक्किम को संरक्षित राज्य भी कहा जाता था, यानी इस पर अंग्रेजों का शासन था। लेकिन भारत की आजादी के बाद इस पर भारत का अधिकार हो गया। साथ ही यहां अब भी सिक्किम के चोग्याल का अधिकार था। उस समय सिक्किम के कई लोगों ने भारत से जुड़ने की इच्छा जताई थी।

भारत की आजादी को तीन साल हो गये थे। वर्ष 1950 में सिक्किम और भारत गणराज्य के बीच एक संधि पर हस्ताक्षर किये गये थे। इस समझौते का मतलब था कि, सिक्किम (Sikkim) अभी भी भारत का संरक्षित राज्य था। विदेश, रक्षा, संचार से संबंधित मामले भारत की देखरेख में थे। आपको बता दें कि उस समय सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) देश की विभिन्न रियासतों को भारत में शामिल करना चाहते थे।

97.5 प्रतिशत लोगों ने की भारत में जाने की वकालत

आपको बता दें कि, 6 अप्रैल 1975 की सुबह सिक्किम (Sikkim) के चोग्याल वंश को उनके महल में नजरबंद कर दिया गया था। इसके बाद 14 अप्रैल 1975 को सिक्किम में जनमत संग्रह हुआ, जिसमें 97.5 प्रतिशत लोगों ने भारत के साथ जाने का मत रखा। वहीं 23 अप्रैल 1975 में सिक्किम को भारत का 22वां राज्य बनाने का 36वा संविधान संशोधन विधेयक (36th Constitution Amendment Bill) लोकसभा में पेश किया गया।

भारत में विलय - 28 वर्षों के संघर्ष का परिणाम

मंजूरी मिलने के बाद यह बिल 26 अप्रैल को पास हो गया।15 मई 1975 को तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद (President Fakhruddin Ali Ahmed) ने इस विधेयक पर हस्ताक्षर किये। इसी तरह 16 मई 1975 को सिक्किम भारतीय संघ का 22वां राज्य बन गया। विलय के दौरान चीन (China) ने इस पर आपत्ति जताई थी। यही कारण है कि वर्तमान समय में चीन और भारत के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा है।

जानिए सिक्किम से जुड़े रोचक तथ्य

  • सिक्किम में 11आधिकारिक भाषाएं हैं, जिसमें नेपाली, सिक्किमी, हिंदी, लेप्चा, तमांग, लिम्बु, नेवाड़ी, राय, गुरुंग, मगर, सुनवर और अंग्रेजी शामिल है।

  • सिक्किम अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहीं पर कंचनजंगा स्थित है, जो भारत की सबसे ऊंची चोटी और पृथ्वी की तीसरी सबसे ऊंची चोटी है।

  • सिक्किम में हर साल मार्च और मई के बीच अंतर्राष्ट्रीय पुष्प महोत्सव का आयोजन किया जाता है।

  • इस छोटे से राज्य में करीब 5,000 प्रकार की फूल वनस्पति हैं। साथ ही औषधीय पौधे भी हैं।

  • सिक्किम का आधिकारिक फूल नोबल डेंड्रोबियम है।

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