हॉकी विश्व कप 2023
हॉकी विश्व कप 2023 Social Media
खेल

हॉकी विश्व कप 2023 : कितनी तैयार है टीम इंडिया, क्या टूटेगी 48 साल की तपस्या?

Akash Dewani

राज एक्सप्रेस। भारत हॉकी विश्व कप 2023 का आयोजन ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में 13 जनवरी से करने जा रहा है। टूर्नामेंट 13 जनवरी से शुरू होगा, जिसमे 16 टीम हिस्सा लेंगी। हॉकी विश्व कप की मेजबानी भारत चौथी बार करेगा, लेकिन 1971 से शुरू हुए इस हॉकी विश्व कप में भारत को महज़ एक ही बार साल 1975 में जीत हासिल हुई हैं। तब से लेकर अब तक 48 साल बीत चुके है। भारत का राष्ट्रीय खेल माना जाने वाले खेल में भारत विश्व कप को जीतने का 48 सालों से इंतजार कर रहा है।

देशवासियों की नज़रे अब कल से शुरू होने वाले विश्व कप में होगी, लेकिन सभी खेल प्रेमियों के मन में कई सवाल है कि कितनी तैयार है इस बार टीम इंडिया? कौन से प्लेयर्स चुने गए है टीम में? कौन हो सकते टीम के मैच विनर और सबसे बड़ा सवाल क्या खत्म होगा भारत का लगभग 5 दशक का विश्व जीतने का सपना?

कौन से खिलाडी चुने गए है टीम में?

गोलकीपर : कृष्ण बहादुर पाठक और श्रीजेश परट्टू रवींद्रन

डिफेंडर्स : जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरुण कुमार, अमित रोहिदास (उप-कप्तान), नीलम संजीप.

मिडफील्डर : मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह.

फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक और सुखजीत सिंह.

एक्स्ट्रा प्लेयर : राजकुमार पाल और जुगराज सिंह

चुने गए खिलाडी

कैसे रहा 2022?

मस्कट एशिया कप 2022 में कांस्य पदक

जकार्ता में हुए एशिया कप 2022 में भारत ने जापान को हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया था। इस टूर्नामेंट को दक्षिण कोरिया ने मलेशिया को हराकर अपने नाम किया था। भारत, दक्षिण कोरिया से सेमी फाइनल में हारकर फाइनल से बाहर हो गया था फिर तीसरे स्थान के लिए जापान से हुए मैच में भारत को जीत मिली। इस टूर्नामेंट में भारत का नेतृत्व रुपर पाल सिंह ने किया था। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा गोल्स दिप्सन टर्की ने मारे थे।

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सिल्वर मेडल

मिडफील्डर मनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में रजत पदक जीता था। भारत फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से 7–0 से हार गया था। भारत की कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में यह तीसरी हार थी और तीनों बार भारत को ऑस्ट्रेलिया ने ही हराया हैं। इस टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा गोल्स हरमनप्रीत सिंह ने मारे थे। हालांकि भारत का विश्व कप में नेतृत्व हरमनप्रीत सिंह करने वाले है ना की मनप्रीत सिंह।

ऑस्ट्रेलिया से 5 मैचों की श्रृंखला में करारी हार

विश्व कप से पहले, भारत ने ऑस्ट्रेलिया से उसी के देश मे श्रृंखला खेली जिसमे भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय टीम के कप्तानी इस बार मनप्रीत सिंह की जगह हरमनप्रीत सिंह के पास थी। भारत इस श्रृंखला को 4–1 से हार गया था। यह श्रृंखला मेट स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया में खेली गई थी। इस श्रृंखला में भी भारत की तरफ से सबसे ज्यादा गोल्स हरमनप्रीत सिंह ने ही मारे थे।

कौन हो सकते है भारत के लिए मैच विनर?

विवेक सागर प्रसाद

विवेक सागर प्रसाद टोक्यो ओलंपिक 2020 में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। उन्होंने मलेशिया में सुल्तान जोहोर कप के सातवें संस्करण के दौरान भारत अंडर -21 को तीसरे स्थान पर पहुँचाया। टखने की चोट के कारण हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के दौरे और FIH हॉकी प्रो लीग से बाहर रहने के बाद वह टीम में वापसी कर रहे हैं।

विवेक सागर प्रसाद

हरमनप्रीत सिंह

टीम इंडिया के पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ हरमनप्रीत सिंह, जो 2018 संस्करण में भारत की हॉकी विश्व कप टीम का भी हिस्सा थे, भारतीय टीम में एक प्रमुख खिलाड़ी हैं। सुपरस्टार ने टोक्यो 2020, जूनियर विश्व कप और एशिया कप में ओलंपिक कांस्य पदक जैसे खिताब जीते हैं। हरमनप्रीत ने हाल के वर्षों में भारतीय हॉकी के पुनरुत्थान में एक बड़ी भूमिका निभाई है।2022 में भारत के लिए सबसे ज्यादा 33 गोल्स हरमनप्रीत ने ही मारे है।

हरमनप्रीत सिंह

आकाशदीप सिंह

28 वर्षीय आकाशदीप सिंह ने भारत की पुरुष हॉकी टीम के लिए 200 से अधिक हॉकी मैच खेले हैं, जिसमें देश के लिए कुल 85 गोल किए हैं। भारतीय गोल मशीन ने 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था और वह इस साल अपना तीसरा विश्व कप खेलेगी। विशेष रूप से, आक्रामक मिडफील्डर शानदार फॉर्म में है क्योंकि उसने हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट श्रृंखला में हैट्रिक बनाई थी।

आकाशदीप सिंह

मनप्रीत सिंह

सबसे कैप्ड भारतीय खिलाड़ियों में से एक, मनप्रीत सिंह, राष्ट्रीय पुरुष हॉकी टीम में मुख्य आधारों में से एक रहे हैं। एक कप्तान के रूप में, उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक में टीम इंडिया को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाने में नेतृत्व किया। मनप्रीत को हाल ही में भारतीय हॉकी में उनके योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार मिला। खेल में उनका विशाल अनुभव निश्चित रूप से भारत को अधिक स्कोरिंग अवसर प्राप्त करने में मदद करेगा।

मनप्रीत सिंह

मनदीप सिंह

भारतीय पुरुष हॉकी टीम के स्टार फॉरवर्ड मंदीप सिंह ने 2022 सीज़न में कुल 13 गोल किए और भारतीय टीम के लिए दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए। वह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में गोल करने में विफल रहे, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण पासों को अंजाम दिया। मनदीप सिंह एक पेनल्टी-कॉर्नर विशेषज्ञ हैं और टीम उनके अनुभव का उपयोग अधिक से अधिक पेनल्टी-स्कोरिंग के अवसर प्राप्त करने के लिए कर सकती है, जो कि भारत का मुख्य हथियार रहा है।

मनदीप सिंह

पीआर श्रीजेश

भारत की पुरुष हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश के 2023 पुरुष हॉकी विश्व कप में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है। भारत ने अपने पिछले कुछ मैचों में कई गोल खाए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया सीरीज में भी काफी स्पष्ट था। मेन्स प्रो लीग में अपने प्रदर्शन के बाद पीआर श्रीजेश को गर्मी का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन कर वापसी की।

पीआर श्रीजेश

ललित उपाध्याय

उत्तर प्रदेश के दिग्गज ने 2018 एशियाई खेलों के दौरान दक्षिण कोरिया के खिलाफ एक शानदार हवाई गोल किया। यह उनके कई यादगार कारनामों में से एक है, जो उपाध्याय ने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए वर्षों से दर्ज किए हैं।29 वर्षीय अब करियर के एक महत्वपूर्ण चरण में है। पिछले साल राष्ट्रमंडल खेलों में उत्साहजनक प्रदर्शन के बाद, उनका लक्ष्य सबसे महत्वपूर्ण हॉकी विश्व कप में अतिरिक्त मील जाना होगा।

ललित उपाध्याय

अमित रोहिदास

अब दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पीसी डिफेंडरों में से एक माने जाने वाले रोहिदास का भारतीय सेट-अप में महत्व शायद ही कम हो। रोहिदास में पहले बड़े मैचों के दौरान अपना संयम खोने और पीले कार्ड लेने की प्रवृत्ति थी, जैसा कि उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ 2018 विश्व कप खेल में किया था। हालाँकि, वह अब काफी परिपक्व हो गए है और अपनी राष्ट्रीय टीम का एक प्रमुख घटक है।अमित रोहिदास को ग्राहम रीड की उस टीम का उप-कप्तान नियुक्त किया गया है।

अमित रोहिदास

1975 में जीता था आखरी विश्व कप

भारत ने अपना आखिरी विश्व कप 1975 में जीता था। 1975 में भारत का नेतृत्व अजीत पाल सिंह ने किया था। भारत ने मेजबान मलेशिया को 2–1 से हराया था। ओलंपिक में भारत ने हॉकी में 8 स्वर्ण पदक जीते है, लेकिन 1975 के बाद से भारत एक भी बार विश्व कप की ट्रॉफी को हाथ नहीं लगा पाया हैं। 48 साल हो गए है और इंतजार आज भी है उस ट्रॉफी का। भारत को इस बार ऑस्ट्रेलिया और पिछली बार के विश्व कप चैंपियन बेल्जियम के साथ फेवरेट्स माना जा रहा हैं। क्या 48 साल का इंतजार खत्म होगा, इसका पता अब चलने ही वाला हैं। भारत का फॉर्म अच्छा हैं। इस बार भारत में ही विश्व कप हैं।

1975 में जीता था आखरी विश्व कप

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT