रॉस टेलर ने आरोप लगाते हुए कहा, मैं नस्लवाद का शिकार हुआ
रॉस टेलर ने आरोप लगाते हुए कहा, मैं नस्लवाद का शिकार हुआ Social Media
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रॉस टेलर ने हैरान कर देने वाला आरोप लगाते हुए कहा, मैं नस्लवाद का शिकार हुआ

News Agency

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज रॉस टेलर ने हैरान कर देने वाला खुलासा करते हुए कीवी क्रिकेट पर नस्लवाद के आरोप लगाए हैं। रॉस टेलर ने अपनी आत्मकथा ब्लैक एंड व्हाइट में आरोप लगाया है कि उन्हें अपने करियर के दौरान नस्लवाद का सामना करना पड़ा था। टेलर ने अपनी किताब में लिखा है कि न्यूजीलैंड में क्रिकेट गोरे लोगों का खेल था। टेलर के अनुसार, अपने करियर के ज्यादातर हिस्से में मैं एक अपवाद था। गोरे लोगों की टीम में एक सांवला चेहरा। इसके साथ चुनौतियां जुड़ी होती हैं, जिनमें से कई आपकी टीम के साथियों या क्रिकेट देखने वाली जनता को नहीं दिखतीं। क्योंकि क्रिकेट में पोलिनेशियन समुदाय का प्रतिनिधित्व बेहद कम है।

2006 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले टेलर ने आगे बताया कि, आप सोचते हैं कि क्या ऐसे लोगों से बात करनी चाहिये, मगर फिर यह चिंता रहती है कि कहीं आप कोई बड़ी समस्या न खड़ी कर दें, या आप पर मजाक को नस्ल से जोड़ने का आरोप न आ जाये। इन सब बातों को नजरअंदाज करना और इनका आदी हो जाना आसान है, लेकिन क्या यह करना ठीक है.? टेलर ने 16 साल के अपने करियर में न्यूजीलैंड के लिये 112 टेस्ट, 236 एकदिवसीय और 102 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) ने कहा, एनजेडसी नस्लवाद का विरोध करता है, और न्यूजीलैंड मानवाधिकार आयोग के गिव नथिंग टू रेसिजम अभियान का कड़ा समर्थक है। हमें बेहद अफसोस है कि रॉस को इस तरह के बर्ताव का सामना करना पड़ा। हम इस मामले पर चर्चा करने के लिये रॉस से संपर्क करेंगे।

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