नेपाल में अक्सर होते रहते हैं विमान हादसे
नेपाल में अक्सर होते रहते हैं विमान हादसे Syed Dabeer Hussain - RE
एशिया

नेपाल में अक्सर होते रहते हैं विमान हादसे, जानिए पिछले कुछ सालों में हुए बड़े विमान हादसों के बारे में

Vishwabandhu Pandey

राज एक्सप्रेस। बीते दिनों नेपाल में एक यात्री विमान क्रैश हो गया। इस हादसे में 68 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद एक बार फिर से नेपाल में हवाई सेवा के खतरों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इसका कारण यह है कि नेपाल में यह कोई पहला विमान हादसा नहीं हुआ है, बल्कि यहां अक्सर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। पिछले 30 सालों में ही नेपाल में 27 विमान हादसे हो चुके हैं। वहीं साल 2010 के बाद नेपाल में 11 प्लेन क्रैश हो चुके हैं। तो चलिए जानिए नेपाल में बीते कुछ सालों में हुए बड़े विमान हादसों के बारे में।

पिछले साल 29 मई को नेपाल में तारा एयरलाइंस का विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में चार भारतीयों समेत 22 लोगों की मौत हो गई थी।

साल 2018 में नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते समय यूएस-बांग्ला एयरलाइंस का एक विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी।

24 फरवरी 2016 को पोखरा से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही तारा एयरलाइंस का विमान लापता हो गया था। बाद में विमान का मलबा एक गांव के पास मिला। इस हादसे में 23 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई थी।

साल 2012 में सीता एयरलाइंस का विमान क्रैश हो गया था। इस घटना में 19 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।

साल 2012 में ही अग्नि एयरलाइंस का विमान जोमसोम हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई थी।

सितंबर 2011 में बुद्ध एयरलाइंस का एक यात्री विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस हादसे में 10 भारतीय नागरिकों सहित 22 लोगों की मृत्यु हो गई थी।

दिसंबर 2010 में तारा एयरलाइंस का एक विमान टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई थी।

साल 2010 में ही अग्नि एयरलाइंस का विमान उड़ान भरने के कुछ समय बाद हादसे का शिकार हो गया था। इस घटना में विमान में सवार 14 लोगों की जान चली गई थी।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT