सामने आया बड़ा दावा - चीन कर रहा 'अदृश्य हथियार' बनाने की तैयारी
सामने आया बड़ा दावा - चीन कर रहा 'अदृश्य हथियार' बनाने की तैयारी Social Media
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सामने आया बड़ा दावा - चीन कर रहा 'अदृश्य हथियार' बनाने की तैयारी

Kavita Singh Rathore

चीन, दुनिया। चीन हमेशा से ही खुद को अन्य देशों की तुलना में मजबूत बनाने में जुटा रहता है। इसके लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी सेना को मजबूत बनने के लिए कोई न कोई कदम उठाते रहते हैं। जिससे चीन की सेना किसी भी पॉवरफुल देश से युद्ध लड़ने में सक्षम हो। इसी कड़ी में यहां की पीपुल्स रिबरेशन आर्मी (PLA) अपनी तैयारी अन्य देशों की तुलना में तेज ही रखती है। वहीं, अब खबर सामने आई है कि, चीन अब 'अदृश्य' हथियार बनाने की तैयारी में जुटा है। यह खबर एक दावे के तहत सामने आई है।

सामने आया बड़ा दावा :

दरअसल एक बड़ा दावा सामने आया है कि, चीन एक 'डोंगफेंग' (Dongfeng) नाम के रोड-मोबाइल मिसाइलों की अपनी सीरीज के लिए ऐसे लांचर तैयार कर रहा है, जो ड्रोन, रडार और सैटेलाइट की पकड़ से बच सकते हैं। हालांकि, यह दावा चीन की सरकारी मीडिया के CCTV की खबर से सामने आया है। उधर, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने बताया कि, 'डोंगफेंग लॉन्चर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होने वाला है। एक रॉकेट फोर्स एक्सपर्ट ने CCTV पर कहा, 'मेरा मानना है कि भविष्य के युद्ध के मैदानों पर, हमारे दुश्मन हमें नहीं देख पाएंगे और हमारे लॉन्चर्स का भी पता नहीं लगा पाएंगे।' हालांकि, मीडिया द्वारा इसे 'अदृश्य लॉन्चर' का नाम दिया गया है।

एक्सपर्ट का कहना है :

इस खबर के सामने आते ही कई एक्सपर्ट अपनी सलाह देते नज़र आ रहे हैं। एक्सपर्ट ने कहा कि, 'मिसाइल और लॉन्चिंग प्लेटफॉर्म का रिश्ता गोली और बंदूक का होता है। हम प्लेटफॉर्म की क्षमता को बढ़ा सकते हैं और भविष्य की लड़ाई के लिए और विकल्प प्रदान कर सकते हैं। DF-17 हाइपरसोनिक मिसाइल के लॉन्च मैकेनिज्म पर काम करने वाले PLA के रॉकेट फोर्स विशेषज्ञ यांग बीवू के अनुसार, मिसाइल लॉन्चर्स को और टेक्टिकल और 'अदृश्य' बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जाएगा। DF-17 मीडियम-रेंज मिसाइल, जो कथित तौर पर अमेरिकी डिफेंस सिस्टम को भेदने में सक्षम है, को लेकर दावा किया जाता है कि यह दुनिया के इतिहास में पहला एक्टिव हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल वेपन है।'

सरकारी मीडिया के अनुसार :

चीन की सरकारी मीडिया के अनुसार, मिसाइल लॉन्चर भविष्य की लड़ाई के लिए नई पीढ़ी के हथियारों के निर्माण को बढ़ावा देते हैं। PLA के एक सूत्र ने बताया है कि, DF-17 का लॉन्च व्हीकल DF-16B बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लॉन्च व्हीकल का नया स्वरूप है। DF-16B और DF-17 मीडियम रेंज की मिसाइलें हैं जिन्हें ताइवान संकट के लिए आक्रामक हथियार के रूप में बनाया गया है। इनका उद्देश्य ताइवान जलडमरूमध्य में किसी बाहरी सैन्य घुसपैठ को विफल करना है। वहीं चीन की DF-41 मिसाइल कथित तौर पर अमेरिका को निशाना बनाने में सक्षम है जिसकी अनुमानित सीमा 12,000 से अधिक है।'

पूर्व PLA प्रशिक्षक ने बताया :

सैन्य विश्लेषक और पूर्व PLA प्रशिक्षक सोंग झोंगपिंग ने बताया है कि, 'युद्ध के मैदान में मिसाइल लॉन्चरों का डिजाइन रणनीति का अहम हिस्सा होता है। हर युद्ध में सैनिकों और हथियारों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होती है और खासकर चीन की 'नो फर्स्ट यूज' परमाणु नीति को देखते हुए, जिसे 'दूसरा हमला' करने के लिए बेहतर सुरक्षा की जरूरत होती है। डोंगफेंग या डीएफ सीरीज की सभी मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। मिसाइलों के लॉन्चर सैटेलाइट, रडार की इन्फ्रारेड किरणों और ड्रोन से बच सकते हैं जो पीएलए के मिसाइल सिस्टम को गिरगिट जैसी चीजों में बदल सकते हैं और उन्हें किसी भी इलाके में छिपा कर रख सकते हैं। इस चीन की ओर से 'भविष्य के युद्ध' की तैयारी कहा जा रहा है।'

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