कोरोना वायरस को मिला नया नाम
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कोरोना वायरस को मिला नया नाम, अब इस नाम से जानेगी पूरी दुनिया

Author : Sudha Choubey

राज एक्सप्रेस। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए घातक कोरोना वायरस का आतंक तेजी बढ़ता ही जा रहा है। सभी इस वायरस के इलाज के लिए वैक्सीन की तलाश में जुटे हुए हैं। ऐसे में अब इस वायरस का नाम बदल दिया गया है। अब इस वायरस को पूरी दुनिया 'कोविड-19' के नाम से जानेगी।

अब यह होगा आधिकारिक नाम:

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बीते दिन यानी मंगलवार को कहा कि, घातक कोरोना वायरस का आधिकारिक नाम 'कोविड-19' (COVID-19) होगा। WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम ने जेनेवा में संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने नाम का खुलासा करते हुए बताया कि, 'को' का मतलब 'कोरोना', 'वि' का मतलब 'वायरस' और 'डी' का मतलब 'डिसीज' (बीमारी) है।

विश्व के लिए गंभीर खतरा :

WHO ने कोरोना को विश्व के लिए गंभीर खतरा बताया है। बता दें कि, इस वायरस की पहचान पहली बार 31 दिसंबर 2019 को चीन में हुई थी। चीन में कोरोना वायरस से हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। जबसे कोरोना वायरस की पहचान हुई है, तब से अब तक चीन में इस वायसर से पीड़ित 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 42,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं और यह वायरस चीन समेत 25 देशों में फैल चुका है

चीन में बड़ी संख्या में शव जलाने का अंदेशा :

चीन में कोरोना वायरस से लोगों के मौत की संख्या 1000 हो गई है। वहीं 40 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं। कहा जा रहा है कि, चीन ने भले ही अब तक सिर्फ एक हज़ार मौतों के बारे में दुनिया को जानकारी दी गई हो, लेकिन ये आंकड़ा ज्यादा भी हो सकता है। हालांकि सरकार पर वास्तविक संख्या छुपाने और बड़े पैमाने पर शवों को गुपचुप जलाने के आरोप लग रहे हैं।

दरअसल चीन के वुहान शहर से डराने वाली सेटेलाइट तस्वीरें आई हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि, यहां आसमान में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) की मात्रा काफी ज़्यादा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसा तब होता है, जब मेडिकल वेस्ट या शवों को जलाया जाता है। इंटेलवेव के मुताबिक इतना धुआं करीब 14,000 शवों को जलाने पर निकलता है। ब्रिटिश अखबार डेलीमेल ने भी वुहान की सैटेलाइट इमेज पर संदेह जताया है।

चीन में बड़ी संख्या में शव जलाने का अंदेशा

चमगादड़ों से हुई उत्पत्ति :

माना जा रहा है कि, इस वायरस की उत्पत्ति चमगादड़ों में हुई होगी और यह मनुष्य में साँपों और पैंगोलिन जैसे जीवों की वजह से फैला होगा। ऑस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका की कई कंपनियां और संस्थान कोरोना वायरस का टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, अब इसके फैलने के स्तर में कमी आई है, लेकिन जो लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं, उनकी मौत का आंकड़ा बढ़ गया है।

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