चीन पर भड़के ट्रम्प, कहा- कोरोना तबाही का देना होगा हर्जाना
चीन पर भड़के ट्रम्प, कहा- कोरोना तबाही का देना होगा हर्जाना Social Media
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चीन पर भड़के ट्रम्प, कहा- कोरोना तबाही का देना होगा हर्जाना

Author : Priyanka Sahu

अमेरिका। वर्तमान में दुनियाभर के तमाम देश प्राणघातक कोरोना वायरस की महामारी की दंश झेल रहे हैं और इस जानलेवा वायरस के कारण चीन आलोचनाओं से घिरा हुआ है और अब बात इतनी आगे बढ़ गई की चीन से कोविड-19 के कारण देशों में हुई तबाही का हर्जाना देने की मांग उठ रही है।

कोविड-19 तबाही का देना होगा हर्जाना :

दरअसल, कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प अभी तक चीन को निशाने पर लिए हुए हैं और एक बार फिर वे चीन पर भड़के। अब डॉनल्ड ट्रम्प ने इस वैश्विक महामारी को लेकर एक बार फिर बीजिंग को निशाने पर लेते हुए कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अमेर‍िका, भारत सहित दुनिया के अन्‍य देशों में हुई तबाही के लिए चीन से हर्जाने की मांग की है।

भारत ने कोरोना वायरस महामारी से तबाही झेली है। इस वैश्विक महामारी के लिए चीन जिम्मेदार है और उसे दुनिया को हर्जाना देना चाहिए।
अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्‍प

चीन को दुनिया को हर्जाना देना चाहिए :

एक इंटरव्‍यू के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्‍ट्रपति ने ट्रम्‍प ने कहा- चीन को कथित रूप से दुनियाभर में कोविड-19 के प्रसार के लिए ज़िम्मेदार होने के चलते अमेरिका को $10 ट्रिलियन का हर्जाना देना होगा। भारत में कोरोना वायरस से अब तक 3,83,490 लोगों की मौत हो चुकी है। देखिये, भारत में क्या हो रहा है। भारत ने हाल ही में कोविड-19 की तबाही झेली है। वास्तव में सभी देश तबाह हुए हैं। चीन को दुनिया को हर्जाना देना चाहिए। ऐसा वह अपनी क्षमता के अनुसार कर सकते हैं।

इतना ही नहीं बल्कि पूर्व अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने इस दौरान चीन पर सीधे यह आरोप भी लगाया है कि, ''देखिये कैसे उनके किए की वजह से देश बर्बाद हुए, भले वह दुर्घटना हो या नहीं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह हादसा ही था। भले ही यह अक्षमता या हादसे की वजह से हुआ, भले यह दुर्घटनावश हुआ, लेकिन आप इससे प्रभावित देशों को देखें। वे अब कभी पहले जैसे नहीं होंगे। हमारा देश भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, लेकिन अन्य देश हमसे भी अधिक प्रभावित हुए हैं।''

कहां और कैसे आया कोरोना वायरस :

साथ ही ट्रम्‍प ने कोरोना वायरस संक्रमण की उत्‍पत्ति का पता लगाने पर जोर देते हुए ये बात भी कही कि, ''जो सबसे महत्वपूर्ण है, वह ये पता लगाना है कि ये (कोरोना वायरस) कहां से आया, कैसे आया? निश्चित तौर पर चीन को मदद करनी चाहिए।''

उल्‍लेखनीय है कि, दुनियाभर में तबाही मचाने वाले इस खतरनाक कोरोना वायरस संक्रमण के पहले केस की नवंबर, 2019 में चीन के वुहान में पुष्टि हुई थी, इसके बाद से वायरस ने पूरी दुलिया को अपने कब्‍जे में ले रखा है।

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