अंतरिक्ष को छू कर लौटी जेफ बेजोस और उनकी टीम
अंतरिक्ष को छू कर लौटी जेफ बेजोस और उनकी टीम Social Media
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अंतरिक्ष को छू कर लौटी जेफ बेजोस और उनकी टीम

Author : Kavita Singh Rathore

वाशिंगटन। दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ बेजोस जिन्हें दुनियाभर में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर (CEO) के रूप में जाना जाता था। हालांकि, अब वह Amazon में CEO नहीं रहे। क्योंकि उन्होंने हाल ही में कंपनी का CEO का पद छोड़ दिया है। इन दिनों वह अपनी अंतरिक्ष की यात्रा के चलते काफी चर्चा में है। उन्होंने आज यानी मंगलवार को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी। अब वह अंतरिक्ष का स्पर्श कर लौट आए हैं।

अंतरिक्ष का स्पर्श कर लौट जेफ बेजोस :

दरअसल, दुनिया के सबसे अमीर बिजनसमैन और Amazon में पूर्व CEO जेफ बेजोस मंगलवार को अपनी कंपनी के पहले मानव युक्त और चालक दल से लैस मिशन में अंतरिक्ष तक की उड़ान भरने के बाद अब अंतरिक्ष को छूकर लौट आए हैं। यह बहुत बड़ा अचीवमेंट है। जेफ बेजोस ब्लू ओरिजिन कंपनी के न्यू शेफर्ड रॉकेट से वहां के स्थानीय समय के मुताबिक सुबह के 8:00 बजे और भारत के समय के मुताबिक शाम के 06:30 बजे अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए। वहीं, जेफ बेजोस अब स्पेस लिमिट मानी जाने वाली Karman Line के पार जाकर धरती पर लौट आए हैं।

स्पेस यात्रा करने वाले दूसरे अरबपति :

बताते चलें, इस यात्रा पर जेफ़ बेजोस सहित चार लोग अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे। इनमें से बेजोस समेत कोई भी अर्हता प्राप्त अंतरिक्ष यात्री नहीं है। यात्रा पर गए लोगों में से एक दुनिया की सबसे उम्रदराज ऐस्ट्रोनॉट और दूसरा सबसे युवा ऐस्ट्रोनॉट बन गया है। इस यात्रा के साथ ही जेफ बेजोस स्पेस की यात्रा करने वाले दूसरे अरबपति बन गए। उनसे पहले ब्रिटेन के व्यापारी रिचर्ड ब्रैनसन Virgin Galactic में स्पेस की यात्रा की थी। जबकि, वह Karman Line के पार करने में असफल रहे थे। बता दें, यह फ्लाइट बेजोस की कंपनी की पहली ऐसी फ्लाइट थी जिसमें ऐस्ट्रोनॉट्स को ले जाया गया था।

Blue Origin ने लिखी अद्भुत कहानी :

इस यात्रा ने कई लोगों की लाइफ बदल दी है और इसी के साथ Blue Origin कंपनी ने एक अलग ही के अद्भुत कहानी लिख दी है। क्योंकि, जैसे ही इस फ्लाइट ने स्पेस का दरवाजा खटखटाया, एक्सपर्ट पायलट वॉली फंक दुनिया की सबसे उम्रदराज ऐस्ट्रोनॉट बन गईं और उनके साथ ही 18 साल की उम्र में ओलिवर डेमन सबसे युवा ऐस्ट्रोनॉट बन गई। बता दें, न्‍यू शेफर्ड रॉकेट एक सबऑर्बिटल फ्लाइट है। इसकी मदद से इस टीम ने ध्‍वनि की तीन गुना रफ्तार से अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरी थी। यह फ्लाइट तब तक अंतरिक्ष की तरफ बढ़ती गई जब तक उसका ज्‍यादातर ईंधन खत्‍म नहीं हो गया। इसके बाद कैप्सूल रॉकेट से अलग हो गया और कुछ देर बिना ग्रैविटी के बिताने के बाद कैप्सूल धरती की ओर लौट आया। कुछ ही देर में पैराशूट खुले और कैप्सूल सफलता के साथ लैंड कर गए। इस पूरी उड़ान का समय देखा जाए तो वह मात्र 10 मिनट 18 सेकंड का था।

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